वीर बुधु भगत
जन्म : 17 फरवरी, 1792 सिलगाई (झारखंड)
बलिदान : 13 फरवरी, 1832
कोल विद्रोह के नेतृत्वकर्ता तथा स्वाधीनता के स्वप्नद्रष्टा वीर बुधु भगत ने तत्कालीन दक्षिण बिहार (अब झारखंड) में 1828 में अंग्रेजों और साहूकारों के विरुद्ध युद्ध छेड़ा।
गुरिल्ला युद्ध में निपुण बुधु भगत ने एक सशक्त सेना खड़ी की और उसी के माध्यम से अंग्रेजों को परास्त कर बंदी बनाए गए वनवासियों को मुक्त कराया।
उन्होंने वर्षों तक अंग्रेजों को वन क्षेत्र में जमने नहीं दिया। बार-बार परास्त होने वाले अंग्रेज 13 फरवरी, 1832 को बड़ी सेना लेकर आए और भीषण युद्ध हुआ।
उस युद्ध में बुधु और उनके दोनों पुत्र हलधर और गिरधर ने बड़ी संख्या में अंग्रेजों को मारा और अंत मेें तीनों बलिदान हो गए।
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