मैं एक हिन्दू हूं। मेरा विश्वास ही मुझे आजादी देता है। मेरा धार्मिक विश्वास ही मुझे इस राष्ट्रपति के अभियान तक ले गया। मैं ये मानता हूं कि सच्चा ईश्वर तो एक ही है। मैं ये मानता हूं कि भगवान ने हम सभी को एक उद्देश्य के लिए तैयार किया है। यह कहना है अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और भारतीय अमेरिकी बिजनेसमैन विवेक रामास्वामी का। वो कहते हैं कि हिन्दू धर्म ने उन्हें सिखाया है कि अपने उद्देश्य को प्राप्त करना ही हमारा कर्तव्य होना चाहिए।
विवेक रामास्वामी अमेरिका में शनिवार को द डेली सिग्नल प्लेटफॉर्म द्वारा आयोजित द फैमिली लीडर फोरम में बोल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने ये बयान दिए। विवेक रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी के प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार हैं। इस फोरम पर उन्होंने हिन्दुत्व पर बात की। उन्होंने खुलकर इस बात को स्वीकार किया कि हिन्दू होने के कारण ही वो इस पद के लिए इतना आगे आ सके। विवेक रामास्वामी कहते हैं कि भगवान के कुछ टूल्स हैं, जो कि अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं, लेकिन अभी भी हम सभी समान हैं, क्योंकि भगवान हम सब में निवास करते हैं।
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अमेरिका के ओहियो में बॉयोटेक बिजनेसमैन रामास्वामी ने खुलकर परिवार के बारे में बात की और उन्होंने कहा कि मैं एक पारंपरिक घराने में पैदा हुआ हूं। मेरे माता-पिता ने मुझे सिखाया है कि परिवार ही नींव है। इसलिए माता-पिता का सम्मान करें। शादी पवित्र होती है। इसके साथ ही रामास्वामी ने शादी से पहले यौन संबंध बनाने के मुद्दे पर भी अपना पक्ष रखा। विवेक रामास्वामी के मुताबिक, शादी के पहले व्यक्ति को संयम बनाए रखना चाहिए।
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रामास्वामी ने हिन्दू औऱ ईसाइयों के बीच समानताएं भी स्थापित की। उन्होंने कहा कि वो क्रिश्चियन हाई स्कूल गए। वहां हमने 10 आज्ञाएं सीखीं। हमने बाइबिल सीखी और धर्म ग्रन्थों की शिक्षाएं ली। भगवान वास्तविक हैं। अपने माता-पिता का सम्मान करें। झूठ मत बोलो। चोरी मत करो, व्यभिचार मत करो। भगवान ने हिन्दुओं के हैं औऱ न ही ईसाइयों के हैं। वहीं जब उनसे ये पूछा गया कि क्या वो ऐसे राष्ट्रपति बन सकते हैं, जो कि ईसाईयत को आगे बढ़ाए। इस सवाल के जबाव में विवेक रामास्वामी ने दो टूक कहा कि वो ऐसा नहीं कर सकते हैं। मुझे नहीं लगता है कि एक अमेरिकी राष्ट्रपति को ऐसा कराना चाहिए। बता दें कि अमेरिका में अगले साल 5 नवंबर 2024 को राष्ट्रपति पद के लिए इलेक्शन होने हैं।
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