वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर के सर्वे की रिपोर्ट को प्रस्तुत करने के लिए शुक्रवार सुबह आर्कियोलॉजी सर्वे आफ इंडिया (एएसआई) की ओर से जिला जज के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर 15 दिनों का और समय मांगा गया है। मामले की सुनवाई कल 18 नवंबर को होगी।
17 नवंबर 2023 को जिला जज वाराणसी की कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर में गत तीन महीने से अधिक समय तक किये गये आर्कियोलॉजी सर्वे आफ इंडिया की कार्रवाई की आख्या (रिपोर्ट) न्यायालय के समक्ष आज प्रस्तुत की जानी है मगर अब 15 दिन का और समय मांगा गया है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन ने बताया दो बजे सुनवाई के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
2 नवंबर को एएसआई को न्यायालय में रिपोर्ट जमा करना था. एएसआई ने उस तारीख पर जनपद न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन समय मांगा. न्यायालय ने एएसआई को को 15 दिन का समय दिया था और 17 नवम्बर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था. हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन ने बताया कि एएसआई द्वारा प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट से 15 दिनों का और समय मांगा गया है।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने सर्वे किया है. रडार व कॉर्बन डेटिंग तकनीक का प्रयोग किया गया है। 35 से अधिक सदस्यों द्वारा ज्ञानवापी परिसर का सर्वे किया किया गया. आठ बिंदुओं पर सर्वे की रिपोर्ट तैयार की गई है. पहले बिंदु में वैज्ञानिक जांच में देखा जाएगा कि क्या ढांचे का निर्माण पहले से मौजूद मंदिर की संरचना के ऊपर किया गया था. दूसरे बिंदु में पश्चिमी दीवार की उम्र और प्रकृति की जांच की गई है. तीसरे बिंदु में अंदर मिली कलाकृतियों को सूचीबद्ध किया गया है। इन सभी की वैज्ञानिक जांच की गई है. तीनों गुम्बदों के नीचे सर्वे किया गया है. इमारत की उम्र और निर्माण की प्रकृति को लेकर भी सर्वे किया गया है।
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