Uttarkashi News: सिल्क्यारा के पास ऑल वेदर रोड निर्माण योजना के तहत बन रही टनल में पांच दिन पहले हुए हादसे में फंसे 40 मजदूरों को निकालने का जिम्मा सेना के अभियंताओं ने अपने हाथ में ले लिया है। केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री पूर्व जनरल वी के सिंह मौके पर पहुंचे हुए हैं। कल शाम को सेना के तीन हरक्यूलिस विमानों से भारी मशीनें यहां उतारी गईं और आज उन्हें सुरंग के बीच तक पहुंचाया गया और इसके जरिए मलबा हटाने का काम शुरू किया गया।
जानकारी के मुताबिक, ऑल वेदर रोड पर काम कर चुके सड़क विशेषज्ञ मेजर दीपक पाटिल को कल सुबह यहां दोबारा तैनात किया गया और उसके बाद बचाव कार्य में तेजी आई और आधुनिक संयंत्र यहां एक के बाद बड़े विमानों के जरिए पहुंचने लगे।
जानकारी के मुताबिक सीएम पुष्कर सिंह धामी की इस घटना के मामले में दो बार पीएम मोदी से बात हुई और उसके बाद रक्षा और सड़क मंत्रालय सक्रिय हुआ। पहले उम्मीद की जा रही थी कि दो दिन में श्रमिक बाहर निकल आयेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मजदूरों के साथियों ने कल टनल के बाहर हंगामा भी किया था, जिसे पुलिस प्रशासन ने बमुश्किल शांत कराया था।
सीएम धामी ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की धीमी कार्यप्रणाली पर भी फटकार लगाई और अपने सचिव और गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे को मौके पर तैनात रहने को कहा।
सीएम ने कहा कि हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, अब तक सभी मजदूर सुरक्षित हैं, उन तक खाना-पानी पहुंच रहा है, सेना के यांत्रिक विशेषज्ञों ने मोर्चा संभाल लिया है, उम्मीद है शाम तक अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि बचाव कार्य जारी है, मैं खुद इसी वजह से मौके पर आया हूं, ये हादसा क्यों और कैसे हुआ ये बाद में देखेंगे, पहले हम अपने चालीस मजदूर भाइयों को बाहर निकाल लें। इस और हमारा फोकस है। संकट की इस घड़ी में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि सड़क निर्माण के लिए बन रही सुरंग के बीचों बीच एक पहाड़ी का हिस्सा धंस गया जिस के बाद टनल दो हिस्सो मे बंट जाने से पांच दिनों से 40 श्रमिक उसमे फंसे हुए है। श्रमिको को एक पाइप के जरिए ऑक्सीजन, भोजन पानी पहुंचाया जा रहा है।
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