भोपाल । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान करने के अब कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। यहां मुसलमानों के नाम की गई अपील सामने आई है, जिसमें खुल्लम खुल्ला देश की न सिर्फ चुनाव प्रणाली संचालित करने वाले चुनाव आयोग पर उंगली उठाई गई है, बल्कि साफ तौर पर संकेत रूप में कहा गया है कि पिछली बार जैसे वोट का उपयोग किया, वैसे ही इशारे को समझते हुए अपने मत का उपयोग करें।
यह अपील जबलपुर से मौलाना मुहम्मद हामिद अहमद सिद्दीकी के लेटरहेड पर जारी की गई है। जोकि कादरी रजवी सलामी, बुरहानी (मुफ्ती-ए-आलम) मध्यप्रदेश हैं। इसमें आपत्तिजनक बात यह है कि इस अपील में सीधे तौर पर चुनाव आयोग के शुक्रवार 17 नवम्बर को मतदान कराने के निर्णय को गलत ठहराया गया है।
तमाम मुसलमानों के नाम इस विशेष अपील में कहा गया है, ”चुनाव जान-बूझकर जुमा (शुक्रवार) के दिन इसलिये रखे गए हैं कि मुस्लिम वोटों की संख्या कम हो जाये और जुमे की अहमियत समझने वाले भाई बहन समय पर वोट डालने न पहुंच सके।” जब इस संबंध में मौलाना मुहम्मद हामिद अहमद सिद्दीकी से बात की तो उनका कहना था कि ”हमें ऐसा लगता है कि यह जान-बूझकर दिन रखा गया है।” जब उनसे पूछा गया कि क्या आप इसके लिए चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा नहीं कर रहे । भारत की चुनाव प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगा रहे तो उनका कहना था, ‘हां, हम ऐसा कर रहे हैं क्योंकि हमें ऐसा ही लगता है।’
उन्होंने कहा कि ”हम अपने समझदार लोगों के साथ बैठे और सभी ने इसी मुद्दे पर इसी तरह से प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद सभी की तमाम सहमति के बाद यह पत्र अपील स्वरूप हमारे अपने अजीज सभी मुसलमान भाइयों के लिए जारी किया गया है।” इसे लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह की भाषा लिखने से कोई गुरेज नहीं है।
पत्र में यह भी लिखा गया है कि तमाम मुसलमानों से अपील है कि अपना वोट जरूर दें ज्यादा से ज्यादा तादाद में सुबह से ही पहुँचकर वोट डाल दें। मैं आपको इस बात की तम्बीह करना चाहूंगा कि पिछले चुनाव में आपने अपने वोट की अहमियत को जानते हुए जिस समझदारी का परिचय दिया था, इस बार भी देना होगा और अपने वोट को विजयी बनाना होगा। मुझे उम्मीद है कि आपका पूरा परिवार मेरे इशारे को समझते हुए मेरी अपील पर पूरी तरह से अमल करेगा। आपका वोट विजयी होना चाहिए।शुक्रिया। इसके अलावा भी इस पत्र में बहुत कुछ लिखा गया है।
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