Hamas Israel war: अमेरिका को सताया अलग-थलग होने का डर, फिलिस्तीन के लिए अरबों में सहानुभूति बढ़ी, इजरायल के पास समय कम

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है गाजा में इजरायल के जबरदस्त पलटवार से नागरिकों की मौतों ने मिडिल ईस्ट में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। युद्ध लंबा खिंचने से लोगों में फिलिस्तीन के लिए सहानुभूति बढ़ी है।

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Kuldeep singh

फिलिस्तीनी आतंकी संगठन इजरायल और हमास के बीच पिछले एक महीने से भी अधिक समय से युद्ध चल रहा है। इजरायल के भीषण हमलों ने गाजा को लगभग शमशान बना दिया है। हमास के आतंक के खिलाफ इस जंग में अमेरिका अब तक इजरायल के पक्षकार के तौर पर खड़ा है। लेकिन युद्ध को लंबा खिंचता देख अब अमेरिका को भी चिंता सताने लगी है। इसीलिए अब अमेरिका ने इजरायल को दो टूक कह दिया है कि गाजा में हमास के आतंकियों के खिलाफ एक्श लेने के लिए अब उसके पास ज्यादा समय नहीं बचा है। इजरायल को इस युद्ध को जल्दी खत्म करना पड़ेगा।

बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने इजरायल को नसीहत देते हुए कहा है कि इजरायली सेना के पास गाजा में अपने अभियान चलाने के लिए सीमित समय है, इससे पहले कि क्षेत्र में अरबों के बीच गुस्सा हो और नागरिकों की बढ़ती मौत के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों में निराशा हो, इजरायल के हमास को खत्म करने के लक्ष्य में बाधा उत्पन्न हो। गाजा में इजरायल के भीषण हमलों के कारण आम नागरिकों और बच्चों की मौतें हो रही है, जिससे अमेरिका पर भी जबाव बढ़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स क्यू ब्राउन जूनियर ने बुधवार को कहा कि उन्हें चिंता है कि गाजा में मारा गया प्रत्येक नागरिक भविष्य में हमास जैसा आतंकी बन सकता है।

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जनरल ब्राउन ने कहा कि वो इजरायल से युद्ध विराम का आह्वान नहीं कर रहे हैं। लेकिन पत्रकारों के भविष्य में लोगों के आतंकी बनने के सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि इस बात की बहुत ही ज्यादा संभावना है कि इजरायली हमले में हताहत भविष्य में हमास के आतंकी बन जाएं।

युद्ध लंबा खिंचा तो फिलिस्तीन के प्रति दुनिया में बढ़ेगी सहानुभूति

अमेरिकी प्रशासन ने इजरायल को इस युद्ध को खत्म करने की नसीहत देते हुए कहा है कि इजरायली सैन्य अभियान जितना लंबा जारी रहेगा व्यापक युद्ध छिड़ने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। कई अधिकारियों का कहना है कि हमास के हमलों पर इज़रायल के जबरदस्त पलटवार ने फिलिस्तीनी मुद्दे के प्रति दुनिया भर में सहानुभूति बढ़ा दी है।

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि घनी आबादी वाले इलाके में जमीनी कार्रवाई शुरू करने के इजरायल के त्वरित निर्णय से नागरिकों के लिए जोखिम को कम करने के लिए व्यापक अग्रिम योजना बनाने के लिए बहुत कम समय बचा है। हमास द्वारा शासित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पहले महीने में लगभग 10,000 लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग 40 प्रतिशत बच्चे और किशोर हैं।

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अमेरिका को अलग-थलग होने का डर सताया

बमबारी अभियान जितना अधिक समय तक जारी रहेगा, इजरायल और उसका सहयोगी अमेरिका उतना ही अलग-थलग हो सकता है, क्योंकि दुनिया भर के देश संघर्ष विराम का आह्वान कर रहे हैं। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक सभी बंधकों को रिहा नहीं कर दिया जाता तब तक संघर्ष विराम नहीं होगा। लेकिन उन्हें यह भी समझ आ रहा था कि इज़रायल के पास अपने टार्गेट को अचीव करने के लिए बहुत अधिक समय नहीं बचा है।

हमास ने लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया

उल्लेखनीय है कि इजरायली हमले से बचने के लिए गाजा में हमास नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। हमास के आतंकी नागिरकों को मानव ढाल बनाकर स्कूलों, मस्जिदों और अस्पतालों के नीचे या उनके पास भूमिगत बंकर, हथियार डिपो और रॉकेट लॉन्चर तैनात किए हैं। इन सबके कारण जब इजरायली सेना हमास के ठिकानों को निशाना बनाती है तो नागरिक हताहत होने का खतरा बढ़ जाता है। इसी को देखते हुए अमेरिका ने भी इजरायल पर नागरिकों की सुरक्षा पर भी ध्यान देने का दबाव बना दिया है।

गौरतलब है कि हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़रायल में उत्पात मचाने के बाद इज़रायल ने ज़मीनी आक्रमण शुरू कर दिया, जिसमें महिलाओं, बच्चों, शिशुओं और बुजुर्गों की अंधाधुंध हत्या कर दी गई। 1,400 से अधिक लोग मारे गए और 240 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया और गाजा ले जाया गया। बुधवार को इज़रायली जांचकर्ताओं ने कहा कि “पीड़ितों को प्रताड़ित किया गया, शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बलात्कार किया गया, जिंदा जला दिया गया और टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए।”

 

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