Indo-US Relations: 2-2 मंत्रियों की बातचीत से खुलेंगे रक्षा सहयोग के नए रास्ते, दुनिया में बढ़ रही देश की साख
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Indo-US Relations: 2-2 मंत्रियों की बातचीत से खुलेंगे रक्षा सहयोग के नए रास्ते, दुनिया में बढ़ रही देश की साख

भारत की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा विदेश मंत्री एस. जयशंकर वार्ता में शामिल होंगे तो अमेरिका का प्रतिनिधित्व वहां के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन तथा विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन करेंगे

by WEB DESK
Nov 9, 2023, 12:55 pm IST
in विश्व
बाएं से राजनाथ सिंह, जयशंकर, एंटनी ब्लिंकन और लॉयड आस्टिन   (फाइल चित्र)

बाएं से राजनाथ सिंह, जयशंकर, एंटनी ब्लिंकन और लॉयड आस्टिन (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली में एक ऐसी अहम बैठक होने जा रही है जिसकी सिर्फ भारत के सत्ता अधिष्ठान में ही चर्चा नहींं है, बल्कि विश्व के महत्वपूर्ण देश भी कल होने वाली इस 2—2 वार्ता पर टकटकी लगाए हुए हैं। राजधानी में कल यानी 10 अक्तूबर को होने वाली इस वार्ता में भारत के दो वरिष्ठ मंत्री और अमेरिका के दो वरिष्ठ मंत्री भाग लेने वाले हैं।

भारत के विदेश विभाग ने इस बारे में एक विशेष बयान जारी करके बताया है कि भारत की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा विदेश मंत्री एस. जयशंकर वार्ता में शामिल होंगे तो अमेरिका का प्रतिनिधित्व वहां के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन तथा विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन करेंगे।

असल में यह 2—2 मंत्रियों की बैठक पहले भी हो चुकी है। इसमें भारत और अमेरिका मिलकर दोनों देशों में सहयोग को और मजबूत करने की संभावनाओं पर चर्चा करते हैं। लेकिन इस बार इसमें वैश्विक परिस्थितियों पर गहन विचार विमर्श के अलावा रक्षा क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिए जाने की पूरी संभावना है। कल शुक्रवार को विदेश और रक्षा मंत्रियों की उपस्थिति बताती है कि सामरिक दृष्टि से यह बैठक कितनी महत्वपूर्ण होने वाली है।

कल इसी संबंध में अमेरिका के विदेश विभाग ने भी बयान जारी करके बताया था कि 10 नवम्बर को नई दिल्ली में होने वाली भारत-अमेरिका 2—2 मंत्रिस्तरीय वार्ता सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के विषय को केन्द्र में रखेगी। अमेरिकी विदेश विभाग में उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कल पत्रकारों को बताया कि वर्तमान में भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी महत्वपूर्ण है।

विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन पहले भी अनेक अवसरों पर भारत आकर अपने समकक्षों से चर्चा कर चुके हैं और इससे इन मंत्रियों की भारत को लेकर ये धारणाएं और प्रगाढ़ हुई हैं कि धरती के हिस्से में भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो तेजी से बदलते हुए विश्व में प्रमुख भूमिका निभाने को तैयार है।

व्हाइट हाउस की तरफ से इस संबंध में विज्ञप्ति जारी करके कहा गया है कि ‘भारत तथा अमेरिका महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार हैं’। यहां उल्लेखनीय है कि यह भारत की कूटनीति ही है कि अमेरिका अन्य देशों की तरह अपनी मंशा हम पर नहीं थोपता है। और व्हाइट हाउस के उक्त बयान से भी यह स्पष्ट है जिसमें उसने ​कहा है कि ‘मध्य पूर्व के साथ ही दुनिया की वर्तमान स्थिति पर नई दिल्ली का मत उसे ही तय करना है।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता का यह कहना मायने रखता है कि मंत्रियों के बीच यह चर्चा दोनों देशों के मध्य रक्षा क्षेत्र में सहयोग और भागीदारी के सिद्धांतों को पहले से और गहरा करेगी। विश्व राजनीति, इस्राएल—हमास, रूस—यूक्रेन जैसे अनेक विषयों पर भी मंथन संभव है, लेकिन फोकस द्विपक्षीय हित को साधते हुए भविष्य की दृष्टि पर ही रहने वाला है।

पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में पटेल का कहना था कि 2023 की शुरुआत में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका आए थे, उस यात्रा में कुछ विषय सामने आए थे। ऐसे कुछ विषयों पर चर्चा के लिए दोनों अमेरिकी मंत्री दिल्ली जा रहे हैं।

उधर व्हाइट हाउस की तरफ से इस संबंध में विज्ञप्ति जारी करके कहा गया है कि ‘भारत तथा अमेरिका महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार हैं’। यहां उल्लेखनीय है कि यह भारत की कूटनीति ही है कि अमेरिका अन्य देशों की तरह अपनी मंशा हम पर नहीं थोपता है। और व्हाइट हाउस के उक्त बयान से भी यह स्पष्ट है जिसमें उसने ​कहा है कि ‘मध्य पूर्व के साथ ही दुनिया की वर्तमान स्थिति पर नई दिल्ली का मत उसे ही तय करना है। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी जॉन किर्बी ने माना कि भारत अमेरिका का एक रणनीतिक साझीदार देश है और यह चीज प्रधानमंत्री मोदी की पिछली अमेरिका यात्रा के दौरान साफ झलकी भी थी।

संभवत: इस्राएल और यूक्रेन के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में किर्बी का यह कहना भारत की बढ़ती ताकत को दिखाता है कि भारत की सरकार और प्रधानमंत्री को तय करना है कि मध्य पूर्व सहित विश्व में किसी भी संकट विशेष अथवा घटना पर वे क्या मत बनाएं। लेकिन यह तय है कि अमेरिका भारत के साथ अपनी इस साझेदारी को आगे ले जाने को प्रतिबद्ध है।

इधर भारत के विदेश विभाग का कहना है कि इस 2—2 मंत्रियों की महत्वपूर्ण वार्ता में रक्षा सहयोग के विभिन्न आयामों, प्रौद्योगिकी में सहयोग तथा पीपुल टू पीपुल संबंधों के बारे में अब तक हुई प्रगति पर नजर डाली जाएगी। दोनों देशा के विदेश और रक्षा मंत्री प्रधानमंत्री मोदी तथा राष्ट्रपति बाइडन की तरफ से भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर खींचे गए खाके पर बात करके उसे अमल में लाने के रास्ते तलाशेंगे। बैठक में संयुक्त राष्ट्र, क्वाड तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों में आपसी तालमेल पर भी चर्चा की जा सकती है।

Topics: IndiaDefencediplomacyमोदीJaishankaruscooperationभारतरक्षा सहयोगअमेरिकाmodiBidenrelationsamerica
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

एलन मस्क ने ‘अमेरिकन पार्टी’ की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब एक “यूनिपार्टी” बन चुका है जहां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही आम जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं।

इधर ‘बिग ब्यूटीफुल’ पास, उधर ‘अमेरिकन पार्टी’ के साथ मस्क कूदे मैदान में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये मूर्खता है’!

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मुंबई: ‘सिंदूर ब्रिज’ का हुआ उद्घाटन, ट्रैफिक जाम से मिलेगी बड़ी राहत

ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिए वेबसाइट, पुरुषों के लिए चार निकाह की वकालत, वर्जिन बीवी की मांग

Haridwar Guru Purnima

उत्तराखंड: गुरु पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पावन गंगा में आस्था की डुबकी

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार में 10 बीघा सरकारी जमीन पर बना दी अवैध मजार, हिंदू संगठनों में रोष, जांच के आदेश

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

रात में भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

Earthqake in Delhi-NCR

दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्र; कोई हताहत नहीं

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies