रूस और यूक्रेन के मध्य जारी युद्ध के बीच अमेरिका में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादिमीर जेलेंस्की को ‘नाजी’ करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को अमेरिका की तरफ से दी जाने वाली और अधिक मदद का भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपने देश की 11 विपक्षी पार्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया। वो लोकतंत्र का पालन नहीं करते हैं।
विवेक रामास्वामी ने 8 नवंबर को अमेरिका के मियामी में एक डिबेट के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि यूक्रेन लोकतंत्र का दिखावा करता है, लेकिन वो लोकतंत्र का प्रतीक नहीं है। ये वो देश है, जिसने 11 विपक्षी पार्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसने सभी मीडिया को एक स्टेट टीवी मीडिया में बदल दिया है। यह लोकतांत्रिक नहीं है। इसने धमकी दी है कि जब तक अमेरिका उसे और अधिक फंडिंग नहीं करता है तो वे अपने देश में चुनाव नहीं कराएंगे। यह लोकतांत्रिक नहीं है। यहां कार्गो पैंट पहने जेलेंस्की ‘नाजी’ हास्य अभिनेता का जश्न मनाया जाता है…यह लोकतांत्रिक नहीं है। रामास्वामी कहते हैं कि जेलेंस्की खुद को यहूदी मानते हैं।
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रामास्वामी के मुताबिक, जेलेंस्की रूस के साथ हो रहे युद्ध को अच्छाई और बुराई के बीच का युद्ध साबित करने में जुटे हैं। जबकि इसे इस रूप में स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। यूक्रेन के जिन इलाकों पर रूस ने कब्जा किया है वो डोनबास, लुहान्स्क और डोनेट्स्क हैं, जो कि रूसी भाषी क्षेत्र हैं। 2014 के बाद से ये यूक्रेन का हिस्सा हैं ही नहीं।
गौरतलब है कि यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की जिद के कारण रूस ने उस पर हमला किया था। दरअसल, रूस ये मानता है कि अमेरिका के नेतृत्व में नाटो सेना अगर यूक्रेन में आकर अपना बेस बना लेती है तो वो रूस के लिए खतरा बन जाएगा। इसीलिए रूस, यूकेन को नाटो में शामिल न होने की चेतावनी देता रहा। हालांकि, जब यूक्रेन नहीं माना तो उसने यूक्रेन पर हमला कर दिया। बहरहाल दोनों देशों के बीचे बीते करीब डेढ़ साल से युद्ध चल रहा है, जिसका कोई अंत होता नहीं दिख रहा है।
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