ये सभी फिल्में पर्यावरण, नैतिक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका आदि विषयों पर आधारित हैं।
संघ के माध्यम से सृजन और सरोकार की दिशा में राष्ट्रीय स्वयंयसेवक संघ ने नई पहल की है। फिल्मों के जरिए जन सरोकार के मुद्दों पर समाज में जागरूकता लाने वाले युवाओं को उभरने के लिए खास मंच दिया जा रहा है।
इसी क्रम में गत दिनों विश्व संवाद केंद्र और रुहेलखंड विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र ने बरेली में दो दिवसीय ब्रज फिल्म महोत्सव का आयोजन किया।
महोत्सव का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व राज्यमंत्री अनूप प्रधान के साथ रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह, संघ के क्षेत्र शारीरिक शिक्षण प्रमुख नरेश, सहप्रांत प्रचारक धर्मेंद्र और कीर्ति कुमार ने किया।
महोत्सव में ‘अगस्त्या’, ‘एहसास’, ‘ब्रज के क्रांतिदूत’, ‘अधूरी कहानी’, ‘फर्क’, ‘गुल्लक : द बिगिनिंग’ जैसी फिल्में दिखाई गईं। ये सभी फिल्में पर्यावरण, नैतिक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका आदि विषयों पर आधारित हैं। महोत्सव के प्रति युवाओं में विशेष आकर्षण देखा गया।
जबलपुर में पाठक सम्मेलन
गत दिनों जबलपुर में पाञ्चजन्य के पाठकों का एक सम्मेलन आयोजित हुआ। इसके मुख्य वक्ता थे महाकौशल प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री बृजकांत। उन्होंने कहा कि पाञ्चजन्य का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने किया था और इसके पहले संपादक श्री अटल बिहारी वाजपेयी रहे। पाञ्चजन्य में जो लेख या रिपोर्ट प्रकाशित होती हैं, वे किसी सिंहनाद से कम नहीं हैं।
पाञ्चजन्य राष्ट्र-जागरण का माध्यम है। पाञ्चजन्य का उद्देश्य ही लोकमत का परिष्कार करना है। उन्होंने पाठकों से कहा कि आप केवल पाञ्चजन्य के पाठक ही नहीं, अपितु राष्ट्रवादी विचारधारा के सेनापति हैं। इस अवसर पर अनंत डीके ने भी अपने अनुभव और विचार रखे। कार्यक्रम में प्रांत संघचालक डॉ. प्रदीप दुबे, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख शिवराम समदड़िया, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेम कुमार, प्रांत प्रचार प्रमुख विनोद कुमार, सह प्रचार प्रमुख शिवनारायण पटेल, मनीष पांडे सहित बड़ी संख्या में पाठक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रचार प्रमुख विनय सोलंकी ने किया एवं कमल राव ने सभी का आभार व्यक्त किया।
टिप्पणियाँ