दुनिया में कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने मजहब के नाम पर खुलेआम दिखावे और अन्य लोगों को दिक्कतों में डालने की ठानी हुई है। बीच सड़क पर, पार्किंग में, हवाई जहाज और रेलगाड़ियों और बसो में यात्रियों के आने—जाने के रास्तों में, पार्कों में, सार्वजनिक स्थानों पर नमाज के नाम पर जगह घेरकर बैठने का मजहबी उन्मादी चलन अब दुनिया भर में एक बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है।
इसी कड़ी में अब फ्रांस के सबसे बड़े हवाईअड्डे पर दर्जनों मुसलमानों का पैर मोड़कर ‘नमाज अदा’ करने के नाम पर लोगों के लिए परेशानी खड़ी करना किसी सभ्य समाज को हजम नहीं हो सकता। फ्रांस के नागरिक सोशल मीडिया पर इस दृश्य को देखकर हैरान रह गए हैं। सरकार ने भविष्य में ऐसी हरकत को रोकने के कायदों को और कड़े करने का संकेत दिया है।
फ्रांस की सरकार ने गत 5 नवम्बर को मुस्लिम यात्रियों के इस तरह नमाज अदा करने गंभीरता से लिया है और हवाईअड्डों पर नियमों को और कड़ा करने की बात की है। दरअसल जिस हवाई अड्डे पर मजहबियों के मजहब के नाम पर यह हरकत की है वह फ्रांस का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध हवाई अड्डा है।
दुनिया की फिलहाल 8 अरब जनसंख्या में कहते हैं करीब 200 करोड़ इस्लाम को मानते हैं। लेकिन इतनी भर आबादी के दम पर भी वे दुनिया को अपनी मनमानी पर चलाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस्राएल के साथ मुस्लिम देश जो कर रहे हैं वह किसी से छिपा नहीं है। शरणार्थी के नाम पर ‘मानवीय राहत’ पाने के नाम पर यूरोप के लगभग हर देश में ये जा घुसे हैं और वहां के असली नागरिकों को आएदिन सता रहे हैं। उनकी यहां महिलाओं का जीवन मुश्किल बनाया जा रहा है।
हवाई अड्डे के टर्मिनल 2बी में लगभग 30 मुस्लिमों ने 10 मिनट तक हॉल को घेरकर ‘नमाज अदा’ करने की हरकत की। यहां ध्यान दें कि उस हवाईअड्डे पर ऐसी चीजों के लिए एक स्थान पहले से नियत किया हुआ है। पेरिस हवाईअड्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इस घटना पर खेद जताया है। यह सही है कि फ्रांस एक सेकुलर देश है लेकिन मजहबियों की हर गलत हरकत पर कड़े कदम उठाने के लिए जाना जाता है।
फ्रांस में मजहबी कट्टरपंथियों ने जो हरकत की है उसे लेकर फ्रांस ही नहीं, दुनिया भर के सभ्य सोच वाले एक बार फिर इस तरफ से चिंतित हुए हैं। किसी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ऐसा करना एक प्रकार से बद्दिमाग हेकड़ी मानी जा रही है। इस हरकत में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हैं। हवाई अड्डे के बड़े हॉल में दर्जनों इस्लामी महिला—पुरुषों के पैर मोड़कर ‘नमाज पढ़ने’ का फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और टिप्पणियों में आम लोग इस चलन को खतरनाक और फौरन कार्रवाई योग्य बता रहे हैं।
फ्रांस में राजधानी पेरिस का चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट न सिर्फ उस देश में सबसे बड़ा हवाई अड्डा है बल्कि अंतरराष्ट्रीय आवाजाही का एक बड़ा केन्द्र भी है। यहां ही जॉर्डन जाने के लिए विमान का इंतजार करने वाले दर्जनों मुस्लिम महिलाएं और पुरुष ‘नमाज’ पढ़ने लगे थे।
मीडिया में आए समाचार आगे बताते हैं कि हवाई अड्डे के टर्मिनल 2बी में लगभग 30 मुस्लिमों ने 10 मिनट तक हॉल को घेरकर ‘नमाज अदा’ करने की हरकत की। यहां ध्यान दें कि उस हवाईअड्डे पर ऐसी चीजों के लिए एक स्थान पहले से नियत किया हुआ है। पेरिस हवाईअड्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इस घटना पर खेद जताया है। यह सही है कि फ्रांस एक सेकुलर देश है लेकिन मजहबियों की हर गलत हरकत पर कड़े कदम उठाने के लिए जाना जाता है।
फ्रांस की मैक्रों सरकार ने इस्लामवादियों की तरफ से हुई इस हरकत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सरकार ने कहा है कि हवाईअड्डों पर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नियम और कड़े करने पड़े तो करेंगे।
इधर इस्राएल आतंकवादी गुट हमास की कमर तोड़ने में जुटा ही है लेकिन दूसरी तरफ इस बर्बर आतंकवादी गुट के पैरोकार के रूप में दुनिया के मजहबी उठ खड़े हुए हैं। गाजा में महिलाओं और बच्चों को कैमरों के आगे करके हमला रोकने दुहाई दी जा रही है। लेकिन कोई इस्लामवादी 7 नवम्बर को इस्राएल में हमास द्वारा रचे गए नरसंहार को बर्बर नहीं बता रहा जिसमें मासूम इस्राएलियों को पशुओं की तरह काट डाला या गोलियों से छलनी कर दिया गया था!
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