पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पैसे पर भारत विरोधी खालिस्तानी वायरस फैलाने में लगा पन्नू अब अमेरिका में ‘जनमत का जहर’ रोपने की तैयारी में जुटा है। और इसकी घोषणा उसने खुद की है। पन्नू ने कनाडा के कई शहरों में ये जहर फैला चुका है, लेकिन दिलचस्प बात है कि सिख समुदाय अधिकांशत: उससे एंजेडे की असलियत जानता है इसलिए झांसे में नहीं आता। लेकिन पता चला है वहां पन्नू युवा सिखों को बरगला कर पाकिस्तान का एजेंडा चला रहा है।
सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) की तरफ से परसों अमेरिका के कैलीफोर्निया शहर में पन्नू ने अब उस देश में ‘जनमत संग्रह’ करने की घोषणा की है। यहां उस दिन खालिस्तानियों ने एक भारत विरोधी कार्यक्रम ‘सिख परेड’ का आयोजन किया था। इसमें भारत को बांटने की धमकियां दी गईं, जनमत संग्रह की बातें की गईं, भारत की केन्द्र सरकार के लिए अभद्र भाषा बोली गई। इतना ही नहीं, पंजाब में आपरेशन ब्लू स्टार के कमांडर रहे जनरल वैद्य की आतंकवादियों द्वारा हत्या पर जश्न मनाया गया।
एसजेएफ एक प्रतिबंधित आतंकवादी गुट है। इसी का आतंकी पन्नू कहता है कि अब जनतम संग्रह अमेरिका में किया जाएगा और यह आगामी 28 जनवरी से शुरू होने जा रहे अभियान के तहत कराया जाएगा। कनाडा में भी यह अभियान ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ चलाया जा रहा है। यानी अब पन्नू खालिस्तानी वायरस को अमेरिका में भी फैलाने की कोशिश कर रहा है। रक्षा विशेषज्ञ पहले भी बता चुके हैं कि पाकिस्तानी आईएसआई पन्नू को पैसा खिलाती आ रही है। यह उसी का एजेंडा है।
एसजेएफ एक प्रतिबंधित आतंकवादी गुट है। इसी का आतंकी पन्नू कहता है कि अब जनतम संग्रह अमेरिका में किया जाएगा और यह आगामी 28 जनवरी से शुरू होने जा रहे अभियान के तहत कराया जाएगा। कनाडा में भी यह अभियान ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ चलाया जा रहा है। यानी अब पन्नू खालिस्तानी वायरस को अमेरिका में भी फैलाने की कोशिश कर रहा है। रक्षा विशेषज्ञ पहले भी बता चुके हैं कि पाकिस्तानी आईएसआई पन्नू को पैसा खिलाती आ रही है। यह उसी का एजेंडा है।
कैलिफोर्निया में परसों की गई सालाना ‘सिख परेड’ में उन आतंकवादियों की प्रशंसा की गई जिन्होंने 1986 में जनरल वैद्य की हत्या की थी। ये आतंकवादी थे सुखदेव सिंह और हरजिंदर सिंह। उनके इस दुष्कृत्य की तारीफें की गईं और जश्न मनाया गया। यानी इस मौके पर खालिस्तानियों ने हर वह काम किया जो भारत को अपमानित करता हो।
अमेरिका में इस नई घोषणा से पहले गत अक्तूबर में पन्नू ने खालिस्तानियों को उकसाकर कनाडा में भी ‘जनमत’ का शिगूफा खड़ा किया था जो अधिकांशत: असफल ही रहा था। पता चला है कि पन्नू कनाडा, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में गुरुद्वारा प्रबंधकों को पंथ का और पैसे का वास्ता देकर उनके सभागारों में चंद उग्रपंथी सिखों को इकट्ठा करके मीडिया के सामने ‘जनमत’ की नौटंकी करता आया है। उल्लेखनीय है कि कनाडा में गत जून में मारा गया खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर भी वहां सर्रे शहर में एक गुरुद्वारे का ‘प्रबंधक’ बना बैठा था।
एसएफजे के इसी जहरबुझे तत्व पन्नू ने इस बारे में बयान जारी करके कहा है कि ‘खालिस्तान जनमत संग्रह इंदिरा गांधी तथा जनरल वैद्य की हत्या करके ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने से लेकर वोट के जरिए पंजाब को भारत के कब्जे आजाद कराने तक सिखों का शानदार सफर है।’
पन्नू को भारत में आतंकवादी करार दिया जा चुका है और कनाडा सरकार से उसकी गतिविधियों पर लगाम कसने को कई बार कहा गया है। लेकिन खालिस्तानियों की बैसाखी पर टिकी त्रूदो सरकार उन तत्वों की हरकतों की अनदेखी ही करती आई है।
अभी दो दिन पहले ही आतंकवादी पन्नू ने सिखों से 19 नवंबर और उसके बाद एयर इंडिया की उड़ानों में सफर न करने की अपील की थी। सोशल मीडिया पर पन्नू ने इस ‘धमकी’ का वीडियो साझा किया था जिस पर भारत सरकार सख्त कदम उठा ही रही है। पन्नू का यह ‘बॉयकॉट एयर इंडिया’ की धमकी भाड़े के उस खालिस्तानी की नई शरारत मानी जा रही है, लेकिन आवश्यक सुरक्षा भी बरती जा रही है।
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