मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में पुलिस ने जालसाजों के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। अपराधी समूह में शामिल जालसाज फर्जी कागज तैयार कर दूसरों की जमीन बेच देते थे और लोगों को ब्लैकमेल करते थे। छापेमारी में फुरकान, सलीम, महेन्द्र सहित तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि सद्दाम, जुबैर, उस्मान, रुखसाना की तलाश में दबिशें जारी हैं।
एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने पूरे गैंग का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में सिविल लाइंस क्षेत्र के गांव अगवानपुर निवासी एक व्यक्ति ने 16 सितंबर 2023 को भोजपुर थाने में आठ लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया था। एफआईआर में कहा गया था कि दूसरे की जमीन फर्जी कागजात से बेच कर आरोपियों ने 35 लाख रुपये लेकर हड़प लिए। इसके अलावा सिविल लाइंस के दीनदयाल नगर निवासी चुन्नी लाल ने 15 अक्टूबर 2023 को 12 आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी करके उनकी जमीन का किसी और को बैनामा करने का केस दर्ज कराया था।
एसपी सिटी ने बताया कि जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य तहसील से दस्तावेज निकलवाते थे और दूसरों को खड़ा करके जमीन का बैनामा कर ठगी करते थे। अपराधियों से जुड़े अहम साक्ष्य हाथ लगने के बाद पुलिस की संयुक्त टीम ने थाना मझोला के जयंतीपुर मंसूरी कालोनी निवासी फुरकान, भगतपुर के गांव जाहिदपुर सीकमपुर निवासी सलीम अहमद और भोजपुर के गांव देवीपुरा निवासी महेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से कई फर्जी पहचान पत्र, जमीनों के कागजात बरामद किए गए हैं। पकड़े गए फुरकान ने बताया कि वह जयंतीपुर निवासी पूर्व पार्षद सद्दाम और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर असली लोगों की जमीनों के दस्तावेज तहसील से निकलवा लेता था। साइबर कैफे से उनकी जमीन की खतौनी निकालकर अनपढ़ लोगों को शिकार बनाया जाता था।
एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने कहा कि पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों अपराधी शातिर ठग हैं। गिरोह में 8 से 10 सक्रिय सदस्य हैं, जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। गिरोह कई लोगों से जमीन बेचने के नाम पर ठगी कर चुका है। जल्द ही इन सभी पर गैंगस्टर लगाई जाएगी। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि फुरकान के खिलाफ ठगी के 6 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि सलीम और महेंद्र पर दो-दो मामले दर्ज चल रहे हैं।
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