नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े गैरकानूनी गतिविधियों के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान कोटा के रहने वाले वाजिद अली और मुबारिक अली के रूप में हुई है।
एनआईए की जांच में यह भी पता चला है कि वाजिद अली और मुबारिक अली पहले से आरोपित मोहम्मद आशिफ उर्फ सादिक सर्राफ और मोहम्मद सोहेल के साथ जयपुर और कोटा में हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने में शामिल थे।
मोहम्मद आशिफ को आसिफ, सादिक सर्राफ और मोहम्मद के नाम से भी जाना जाता है और मोहम्मद सोहेल दोनों पीएफआई के सदस्य थे, जो एक आपराधिक साजिश में शामिल थे। आरोपित सादिक सर्राफ और मोहम्मद आशिफ राजस्थान सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में गैरकानूनी गतिविधियों और आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे थे।
इस प्रशिक्षण शिविर के लिए पीएफआई द्वारा जकात की आड़ में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से धन एकत्र किया गया। बाद में इसका उपयोग कल्याण और धर्मार्थ गतिविधियों के लिए करने की बजाय पीएफआई द्वारा आयोजित किए जा रहे हथियार प्रशिक्षकों और प्रशिक्षण पर खर्च किया जा रहा था।
इस तरह से प्रशिक्षण का उद्देश्य भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने और हिंसा को माध्यम बनाकर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का था। इसी उद्देश्य के तहत संगठन के युवा कार्यकर्ताओं को जयपुर और कोटा में प्रशिक्षण दिया गया था।
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