Danish Kaneria News: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दानिश ने आजतक से बात करते हुए कहा कि मैंने अगर कन्वर्जन कर लिया होता तो आज मेरी ऐसी स्थिति नहीं होती। मैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान बन गया होता, लेकिन मैं हार्ड कोर सनातनी हूं। मैं सनातन धर्म से बहुत प्यार करता हूं। मेरे लिए मेरा धर्म ही सबकुछ है। मुझे रोजगार नहीं मिले, कुछ भी नहीं मिले, मेरे लिए तो सबकुछ धर्म ही है। मुझे बहुत बोला गया कि कन्वर्जन कर लो…लेकिन मैंने कहा जय श्री राम।’
‘कन्वर्जन के किए किया गया मजबूर’
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश पीसीबी पर आरोप लगाते हुए आगे बोले कि पाक टीम दोस्ती-यारी पर बनाई गई टीम है। यहां आपका टैलेंट नहीं, बल्कि लोगों की सिफारिश चलती हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी टीम से कभी भी सपोर्ट नहीं मिला बल्कि कन्वर्जन कराने के लिए मजबूर किया गया। इतनी ही नहीं, कनेरिया ने ड्रेसिंग रूम को लेकर भी बताया कि उनके पास नमाज को लेकर फोन किए जाते थे, कि सुबह-सुबह नमाज पढ़ने चले आओ। जबकि भारत में भी खिलाड़ी पूजा करते हैं, नमाज पढ़ते हैं, लेकिन उन लोगों ने कभी इन लोगों की तरह दिखावा नहीं किया है, वे मैदान पर कभी भी नमाज पढ़ते हुए नहीं दिखाई दिए।
‘पाकिस्तानी क्रिकेट टीम खेल के बीच में धर्म लाती है’
कनेरिया ने मैदान पर नमाज पढ़ने को लेकर सवाल उठाया और कहा कि क्या मैदान में नमाज पढ़ना सही है, अगर नमाज पढ़नी ही है, तो ड्रेसिंग रूम में या किसी और कमरे में पढ़ लो। उन्होंने भारतीय क्रिकेटर्स का उदाहरण देते हुए कहा कि क्या कोहली और रोहित शर्मा शतक मारने के बाद मैदान में पूजा करते हैं, क्या कभी मो. शमी और सिराज को मैदान में नमाज पढ़ते हुए देखा गया है, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की सोच बेहद छोटी है, वे लोग खेल के बीच में धर्म को लेकर आते हैं, जो कि सही नहीं है।
‘इंजमाम और शोएब का मिला सपोर्ट’
इसी के साथ कनेरिया ने पाक पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने और शोएब अख्तर ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया है। कनेरिया बोले कि इंजमाम जब तक थे। तब तक मेरे लिए टीम में स्थिति कंट्रोल में थीं। दानिश ने कहा कि अक्सर इंजमाम और शोएब मुझसे कहते थे, कि किसी की भी बातों पर ध्यान नहीं देकर बस अपने खेल पर ध्यान दो। जबकि उसी जगह शाहिद अफरीदी जैसे लोग मेरे साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। मेरे साथ खाना तक नहीं खाते थे और मुझ पर कन्वर्जन करने के लिए दवाब बनाते थे।
‘दूसरे देश के प्रदर्शन पर आश्रित है हमारी टीम’
उन्होंने विश्वकप में पाकिस्तान टीम की स्थिति को लेकर कहा कि टीम टॉप 4 में भी पहुंच जाए तो आश्चर्य की बात होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारा देश दूसरे के प्रदर्शन पर आश्रित है, उसी तरह से हमारी टीम की भी स्थित है।
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