मध्यप्रदेश के दमोह जिले में गंगा-जमुना स्कूल में हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले में फरार स्कूल संचालकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। दमोह पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। स्कूल के संचालक मोहम्मद इदरीश, रज्जाक खां, मुस्ताक खां, फरीद खां, राशिद, शाहिद, दानिश हाशिफ समेत दो अन्य ने दमोह के जिला एवं सत्र न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। स्कूल प्रबंधन पर कन्वर्जन का भी आरोप है। सभी को जेल भेज दिया गया है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि हिंदू लड़कियों को स्कूली यूनिफ़ॉर्म के नाम पर जबरन हिजाब पहनाने वाले व शिक्षा की आड़ में हिंदू बच्चों को इस्लामिक मज़हबी तौर तरीक़े सिखाने वाले दमोह के गंगा जमना स्कूल के सभी संचालकों ने दमोह पुलिस के सक्रिय दबाव के चलते आत्मसमर्पण कर दिया है।
मध्यप्रदेश के दमोह जिले में गंगा-जमुना स्कूल में हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले में दमोह पुलिस ने स्कूल की प्राचार्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। स्कूल की प्राचार्य अफशा शेख, मैथ टीचर अनस अतहर और चौकीदार रुस्तम अली को गिरफ्तार किया गया था। तीनों पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के लिए दबाव बनाया था।
गंगा जमुना समूह द्वारा संचालित प्रतिष्ठानों पर आधा दर्जन से अधिक सरकारी विभागों ने छापेमारी की थी। इस दौरान दाल मिल और बीड़ी कारखाने के दस्तावेज की जांच की गई और गड़बड़ी मिलने पर धर्मकांटे को सील कर दिया गया था। गौरतलब है कि गंगा-जमुना समूह के प्रतिष्ठानों को लेकर लगातार खुलासे हो रहे है। गंगा-जमुना में हिंदू छात्राओं पर हिजाब पहनाने का मामला सामने आया। फिर कन्वर्जन कराने और देश के नक्शे के साथ छेड़छाड़ करने समेत कई मामले सामने आ चुके हैं।
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