गुजरात के जूनागढ़ में हैवानियत की हद पार करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मदरसे के मौलाना पर आरोप है कि उसने 10 नाबालिग छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया है। इस बात की शिकायत पीड़ित छात्रों ने की थी, लेकिन मदरसा के ट्रस्टी ने मौलाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है।
एक समाचार एजेंसी के अनुसार जूनागढ़ पुलिस ने बताया कि ट्रस्टी फरार था, लेकिन उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बीते रविवार को पुलिस ने 17 वर्षीय छात्र की शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 323 506-2 और पॉक्सो की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। दरअसल, यह वारदात मंगरोल-वेरावल स्थित एक आवासीय मदरसे की है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले मदरसे के एक छात्र ने एक अन्य मौलाना के मोबाइल से फोन करके अपनी मां को इस घटना की जानकारी दी थी। उसके बाद महिला ने पुलिस में शिकायत की। महिला ने बताया कि मदरसा में रहने वाले और पढ़ने वाले छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया जा रहा है। पुलिस 21 अक्टूबर को मदरसा परिसर पहुंची और छात्रों से पूछताछ की, जहां 10 छात्रों ने बताया कि आरोपी मौलवी ने उनके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया है। साथ ही धमकी भी दी है कि अगर किसी ने अपने माता-पिता या किसी बाहरी व्यक्ति से इसकी शिकायत की तो वह उन्हें जान से मार देगा।
पुलिस को यह भी पता चला कि जब छात्रों ने मदरसे के ट्रस्टी से शिकायत की तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने बताया कि ट्रस्टी को लगा कि अब मौलाना के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा तो उसने उसे भगाने में मदद की। फिलहाल पुलिस अधीक्षक हर्षद मेहता ने मदरसे का निरीक्षण किया है और उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
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