गत दिनों गुमला जिले के सुग्गा काटा ग्राम में वन सब्जी महोत्सव का आयोजन हुआ। इसका उद्देश्य था आसपास के जंगलों में पैदा हो रही सब्जियों के बारे में आम लोगों को जानकारी देना और उनके प्रयोग के लिए प्रेरित करना, ताकि स्थानीय लोगों की आय बढ़े।
महोत्सव का उद्घाटन वनवासी कल्याण आश्रम के ग्राम विकास आयाम के संरक्षक श्री कृपा प्रसाद सिंह, अखिल भारतीय आयाम प्रमुख श्री विंदेश्वर साहू, क्षेत्रीय ग्राम विकास प्रमुख श्री राघव राणा ने बालासाहब देशपांडे एवं भगवान राम के चित्र को पुष्प अर्पित कर किया।
महोत्सव में बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के किसानों ने 31 प्रकार की सब्जियों को प्रदर्शित किया। वहीं 21 प्रकार की सब्जियों को पका कर महोत्सव में भाग लेने वाले सहभागियों को परोसा गया। महोत्सव में क्षेत्रीय सांसद श्री सुदर्शन भगत, विधायक श्री शिव शंकर उरांव, मुखिया श्रीमती तारामणि सोरेंग और कल्याण आश्रम के जिला अध्यक्ष श्री विशु सोरेंग भी शामिल हुए।
बता दें कि गुमला जिला मुख्यालय से लगभग 14 किलोमीटर दूर है सुग्गा काटा गांव। गांव में कुल 65 घर हैं। पहले यहां के सभी घर मिट्टी के ही थे। गांव विकास से कोसों दूर था। न सड़क थी, न बिजली और न ही विद्यालय। वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं ने 10 वर्ष पूर्व इस गांव को विकसित और शिक्षित करने का निर्णय लिया था। इसके लिए यहां वनवासी कल्याण केंद्र खोला गया। इस केंद्र के माध्यम से गांव में तेजी से विकास हो रहा है। गांव तक सड़क और बिजली पहुंच गई है। प्राथमिक विद्यालय खुलने से गांव के बच्चे पढ़ने लगे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से गांव के सभी लोग प्राकृतिक खेती करते हैं। हर घर में जैविक खाद तैयार करने की सुविधा हो गई है। इससे फसल अच्छी और गुणवत्तापूर्ण हो रही है। पेयजल के लिए हैंडपंप लगाए गए हैं। पानी को श़ुद्ध करने के यंत्र भी हैं। गांव में चिकित्सा व्यवस्था भी हो गई है। गांव में अधिकांश लोगों के घर प्रधानमंत्री आवास योजना से बन गए हैं। बाकी लोागों के घर भी बनवाए जा रहे हैं। लोगों को जंगल की सुरक्षा एवं पर्यावरण सुरक्षा हेतु भी जागरूक किया जा रहा है। महिलाओं को सिलाई—कढ़ाई भी सिखाई जा रही है।
ग्राम संकुल योजना के तहत TRIFED,भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय से प्राप्त सहयोग से कृषि, फलोद्ययान, जंगल के उत्पाद एवं पर्यावरण सुरक्षा पर सराहनीय कार्य हो रहे हैं।
इन प्रयासों के कारण यह गांव ही नहीं, आसपास का पूरा क्षेत्र विकास के नए—नए सोपान तय कर रहा है। वनवासी कल्याण केंद्र ने लोगों के जीवन को आसान बना दिया है।
इस गांव में पहले वनवासी कल्याण केंद्र ने कार्य शुरू किया। बाद में स्थानीय सांसद श्री सुदर्शन भगत ने इस गांव को ‘आदर्श ग्राम योजना’ के अंतर्गत गोद लिया। इसके बाद गांव में विकास की गति काफी तेज हो गई है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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