देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ टीम और फॉरेस्ट के डीएफओ टीम को चकमा देकर कुख्यात वन्य जीव तस्कर और शिकारी अर्जुन सिंह उर्फ “कव्वा” ने अपनी गिरफ्तारी पर कोर्ट से स्टे ले लिया। अर्जुन सिंह को फरार घोषित कर उसकी गिरफ्तारी पर वन विभाग ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।
पिछले दिनों उधम सिंह नगर जिले में एक के बाद एक तीन खालें टाइगर की अलग-अलग वन्य जीव तस्करों से बरामद की गई थी। इस बरामदगी में एसटीएफ और फॉरेस्ट के तराई सेंट्रल डिवीजन के डीएफओ की भूमिका सरहनीय रही थी। बरामदगी के दौरान आरोपियों से की गई पूछताछ में अर्जुन सिंह उर्फ कव्वा का नाम सामने आया था, जोकि देहरादून निवासी बताया जाता है और बाजपुर क्षेत्र में भी आया जाया करता है। अर्जुन सिंह कव्वा करीब 15 साल पहले कबाड़ी का काम करता था, जो उस वक्त राजा जी पार्क से पैगोलिन के साथ पकड़ा गया था। उसके बाद 2010 में तेंदुए की खाल फिर 2013, 2018 में टाइगर की खाल के साथ पुलिस और वन विभाग की पकड़ में आया था।
एसटीएफ के अधिकारी एमपी सिंह के मुताबिक पुलिस ने कव्वा की तलाश में जगह-जगह दबिश दी और उससे पहले उसके और बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। बताया जाता है कि 3 सितंबर 2023 को दो टाइगर की खालों के साथ कुलविंदर, शमशेर और जोगा सिंह को ट्रक समेत गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उन्होंने बताया था कि ये खाले उन्होंने अर्जुन सिंह और उसके बेटे अनिल से खरीदी थी।
बताया जाता है कि एसटीएफ ने अर्जुन सिंह को 25 जून 2023 को काशीपुर के पास भी टाइगर की खाल के मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजा था, परंतु वो जमानत करवाकर बाहर आ गया। अब जब पुनः एसटीएफ और फॉरेस्ट विभाग ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की तो वो जांच एजेंसियों से छिपता रहा और अंततः वो अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से स्टे ले आया है और खुद ही डीएफओ कार्यालय में हाजिर हो कर कोर्ट का आदेश दे गया। तराई सेंट्रल के डीएफओ कार्यालय में तैनात एसडीओ शशि देव के मुताबिक विभाग ने अर्जुन सिंह और उसके पुत्र पर 10 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है, स्टे की सूचना मिलने पर अब हम हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे।
पोचर्स के खिलाफ एनएसए, गैंगस्टर लगाएंगे : सीएम
पिछले दिनों जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि टाइगर का शिकार करने और वन्य जीव जंतुओं की हत्याएं करने उनका कारोबार करने वालों के खिलाफ, गैंगस्टर एनएसए जैसी धाराएं लगाई जाएंगी।
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