प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (17 अक्टूबर, 2023) को ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण को संबोधित किया। उन्होने कहा कि निवेशकों के पास देश के साथ साझेदारी करने और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) का हिस्सा बनने का मौका है। भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है, जिसके पास विकास, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और मांग का कॉम्बिनेशन है। आप भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनें।
शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण में पीएम मोदी ने ₹18,800 करोड़ से अधिक की बंदरगाह-संबंधित परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही गुजरात में दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में ₹4,539 करोड़ के टूना टेकरा ऑल-वेदर डीप-ड्राफ्ट टर्मिनल की आधारशिला भी रखी, जिसे भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की सहायता के लिए विकसित किया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास में जब भी भारत की समुद्री क्षमताएं मजबूत हुई हैं, देश और दुनिया को इससे फायदा हुआ है। सरकार पिछले 9-10 वर्षों से समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने के लिए काम कर रही है।
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प्रधानमंत्री ने मुंबई में आर्थिक गलियारे को लेकर कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा बनने से व्यावसायिक लागत कम होगी, लॉजिस्टिक दक्षता भी बढ़ेगी और बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी। अगली पीढ़ी के मेगा बंदरगाहों और अंतरराष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाहों का निर्माण, द्वीपों का विकास, अंतर्देशीय जलमार्ग, मल्टीमॉडल हब का विस्तार, इस परियोजना के तहत किया जाएगा।
जल्द टॉप फाइव जहाज निर्माण वाले देशों में शामिल होगा भारत
लोथल में निर्माणाधीन राष्ट्रीय समुद्री विरासत संग्रहालय का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 5000 साल पुराना लोथल डॉकयार्ड विश्व विरासत है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “अगले कुछ दशकों में भारत शीर्ष पांच जहाज निर्माण देशों में से एक होगा।” इसको लेकर गिफ्ट सिटी में जहाज पट्टे को लेकर एक्टिविटी शुरू हो चुकी है। गिफ्ट सिटी में चार प्रमुख जहाज पट्टे देने वाली कंपनियां रजिस्टर्ड हो चुकी हैं।
यहीं नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बंदरगाहों की क्षमता की बात की और कहा कि पिछले दशक में प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हो गई है। पिछले एक दशक में तटीय शिपिंग यातायात भी दोगुना हो गया है। जबकि अंतर्देशीय जलमार्गों द्वारा माल ढुलाई में चार गुना वृद्धि हुई है। 2014 में कंटेनर जहाजों के लिए टर्नअराउंड समय लगभग 42 घंटे था। 2023 में यह घटकर 24 घंटे से भी कम रह गया है।
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पीएम ने ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, “हाल ही में भारत की पहल के तहत, एक ऐसा कदम उठाया गया है जो 21वीं सदी में वैश्विक समुद्री उद्योग में क्रांति लाने की क्षमता रखता है। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर ऐतिहासिक सहमति बनी। कई साल पहले, रेशम मार्ग ने वैश्विक व्यापार को गति दी थी। यह मार्ग कई देशों के विकास की नींव बना। यह ऐतिहासिक गलियारा भी क्षेत्रीय और वैश्विक व्यापार का चेहरा बदल देगा।”
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