मणिपुर के हिंसा पीड़ित बच्चों की शिक्षा गुजरात के गोकुलधाम में
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत मणिपुर

मणिपुर के हिंसा पीड़ित बच्चों की शिक्षा गुजरात के गोकुलधाम में

by अरुण कुमार सिंह
Oct 14, 2023, 11:25 am IST
in मणिपुर
गोकुलधाम में मणिपुरी बच्चे

गोकुलधाम में मणिपुरी बच्चे

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

मणिपुर की हिंसा में मारे गए लोगों के बच्चों और अन्य छात्रों की शिक्षा का बीड़ा गुजरात की एक संस्था ‘गोकुलधाम’ ने उठाया है। इस संस्था का संचालन स्वामिनारायण वड़तालधाम करता है।

मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं। लाखों लोग बेघर हुए हैं। अनगिनत घरों, दुकानों और यहां तक कि अस्पतालों और विद्यालयों को भी आग के हवाले कर दिया गया। सैकड़ों बच्चे अनाथ हुए हैं। कई संगठन इन बच्चों की देखरेख कर रहे हैं, पर ये बच्चे पढ़ नहीं पा रहे थे। ऐसे में मैतेई समाज के 50 बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी स्वामिनारायण गोकुलधाम नामक संस्था ने ली है। यह संस्था गुजरात में आनंद जिले की पेटलाद तहसील के नार गांव में कार्यरत है।

इन बच्चों में से किसी के पिता नहीं हैं, किसी की मां नहीं है। कुछ ऐसे भी बच्चे हैं कि जिनके माता-पिता दोनों ही हिंसा का शिकार हुए हैं। इसलिए इनकी शिक्षा पूरी तरह रुक गई थी। यही कारण है कि इन बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए गोकुलधाम लाया गया है। ये बच्चे तीसरी से छठी कक्षा तक के हैं। विश्व हिंदू परिषद, मणिपुर इकाई ने इन बच्चों की चिंता की। विहिप के कार्यकर्ताओं ने गोकुलधाम के संस्थापक स्वामी सुखदेव प्रसाद दास जी से संपर्क किया। इसके बाद तय किया गया कि मणिपुर के हिंसा पीड़ित मैतेई बच्चों की शिक्षा गोकुलधाम में निःशुल्क होगी। इसके बाद आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की गई और बच्चों को गोकुलधाम में लाया गया। लगभग एक महीने पहले ही आए इन बच्चों का नामांकन हो गया है। विधिवत इनकी पढ़ाई भी शुरू हो गई है। स्वामी सुखदेव प्रसाद दास जी ने बताया, “इन सभी बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाई जाएगी। 12वीं तक की शिक्षा तो गोकुलधाम में ही पूरी हो जाएगी। इसके बाद कॉलेज में भी इनका नामांकन कराया जाएगा, क्योंकि ये बच्चे बहुत होशियार हैं। अवसर मिलने पर ये देश के लिए बहुत अच्छे कार्य कर सकते हैं। इसलिए ये बच्चे जहां तक पढ़ना चाहें, वहां तक उन्हें पढ़ाया जाएगा। इसके लिए उनसे कुछ भी नहीं लिया जाएगा। सब कुछ निःशुल्क होगा।” उन्होंने यह भी बताया, “अभी भाषा और खानपान की कुछ समस्याएं आ रही हैं, लेकिन ये जल्दी ही दूर हो जाएंगी। कुछ बच्चे मणिपुरी के अलावा और कोई भाषा नहीं जानते हैं, जबकि कुछ बच्चे हिंदी और अंग्रेजी भी बोल लेते हैं।”
गोकुलधाम के एक अन्य साधु हरिकेशवदास जी कहते हैं, ”स्वामिनारायण संप्रदाय ने मणिपुरी बच्चों के अनुरूप खानपान और शिक्षा की व्यवस्था की है। इन्हें पढ़ाने के लिए कुछ एनआरआई का भी सहयोग लिया जा रहा है।”
गोकुलधाम में जो कुछ हो रहा है, उसका प्रेरक स्थल है स्वामिनारायण वड़तालधाम। यह बहुत ही दिव्य स्थल है। यहां सेवा के अनेक प्रकल्प चलते हैं। इनके अतिरिक्त वड़तालधाम की देखरेख में अन्य स्थानों पर भी सेवा और शिक्षा के अनेक कार्य हो रहे हैं। इनसे सामान्य लोगों का जीवन आसान हो रहा है। स्वामिनारायण वड़तालधाम के संचालकों में से एक डॉ. संत वल्लभदास जी महाराज का मानना है कि मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, वह देश के सामने बड़ी चुनौती है। उन्होंने यह भी कहा, ”भारतवर्ष के किसी भी स्थल पर यदि कोई आपत्ति आती है तो सनातन हिंदू परंपरा के संरक्षण के लिए स्वामिनारायण संप्रदाय सेवा और शिक्षा प्रदान करने हेतु तत्पर रहता है। इसी भावना के अंतर्गत स्वामिनारायण संप्रदाय ने मणिुपर के बच्चों को शिक्षा देने का संकल्प लिया है।”

संस्था के अन्य कार्य

स्वामिनारायण वड़तालधाम द्वारा संचालित ‘गोकुलधाम’ की स्थापना 2004 में हुई है। इसका परिसर 22 एकड़ में फैला है। यहां शिक्षा, सेवा, पर्यावरण संरक्षण, संस्कार और रोजगार के अनेक प्रकल्प चलते हैं। 2008 से यहां एक वृद्धाश्रम चल रहा है। इसमें वृद्धों की सेवा की जाती है। एक गोशाला भी है, जहां 80 गायें हैं। गोकुलधाम में पीने के पानी के लिए एक बड़ा संयंत्र लगाया गया है। यहां से प्रतिदिन आसपास के 22 विद्यालयों में पढ़ने वाले लगभग 7,000 छात्रों को पीने का पानी निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। गोकुलधाम में भोजन सेवा भी चलती है। आसपास के सरकारी अस्पतालों में भर्ती लोगों के परिजनों के लिए भोजन भेजा जाता है। प्रतिदिन भोजन पाने वालों की संख्या 125 से अधिक रहती है। गोकुलधाम के आसपास के उन 32 गांवों में औषधालय भी चलाए जाते हैं, जिनकी जनसंख्या 12000-2500 तक है, और वहां कोई निजी चिकित्सक कार्य न कर रहा हो। ऐसे ही दिव्यागों को कृत्रिम अंग जैसे हाथ, पैर आदि उपलब्ध कराए जाते हैं। इन अंगों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये आराम से असली अंगों की तरह मुड़ जाते हैं। यानी इन अंगों को कोई आसानी से यह नहीं कह सकता है कि कृत्रिम हैं। गोकुलधाम पर्यावरण की रक्षा के लिए आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों को बांस न काटने का निवेदन भी करता है। बता दें कि किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर लोग बांस काटकर अर्थी बनाते हैं और उसी पर रखकर शव को श्मशान घाट ले जाते हैं। लोग बांस की अर्थी न बनाएं, इसके लिए गोकुलधाम स्टील की अर्थी उपलब्ध कराता है। गोकुलधाम दिव्यांग और अनाथ लड़कियों का सामूहिक विवाह भी कराता है। अब तक 460 लड़कियों का विवाह कराया गया है। ऐसे ही लड़कियों को सेनेटरी पैड के लिए भी जागरूक किया जाता है। अब तक 10,000 से अधिक लड़कियों के बीच सेनेटरी पैड का निःशुल्क वितरण किया गया है।

गोकुलधाम उन गरीबों को चप्पल भी उपलब्ध कराता है, जो खुद चप्पल नहीं खरीद पाते हैं। इसके लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है और जो भी राहगीर खाली पैर मिलता है, उसे चप्पल दी जाती है। ऐसे ही गरीब बुजुर्गों को सहारे के लिए छड़ी दी जाती है। गोकुलधाम सरकारी विद्यालयों में छात्रों के बीच पुस्तकें भी वितरित करता है। इसके साथ ही श्रीमद्भगवद्गीता भी बांटी जाती है।
इन कार्यों के कारण गुजरात में गोकुलधाम की एक अलग पहचान बन गई है। जब भी सेवा की बात आती है, तो लोग गोकुलधाम की चर्चा अवश्य करते हैं।

 

Topics: Manipur
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Manipur Violence

मणिपुर में सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई: वामपंथी उग्रवादी, ड्रग तस्कर गिरफ्तार, हथियार और अफीम जब्त

Opposition playing political game in Manipur

विपक्ष के लिए मणिपुर में राजनीतिक परिपक्वता दिखाने का समय

मणिपुर हिंसा पर पूर्व मुख्य न्यायाधीश का बड़ा दावा: अदृश्य ताकतों का हाथ, बोले- सब खत्म हो सकता है

मणिपुर, नागालैंड और मिजोरम में लागू हुआ 13 साल पुराना नियम, विदेशी नहीं कर सकेंगे प्रवेश

मणिपुर में कुकी उग्रवादियों द्वारा मैतेई समाज की हत्या के बाद लोगों में है आक्रोश (फाइल फोटो)

मणिपुर में भीड़ ने 13 विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी, कुकी उग्रवादियों ने की थी 6 मैतेई हिंदू की हत्या

मणिपुर के थौबल में हथियार और गोलाबारूद के साथ यूएनएलएफ (पी) के आठ कार्यकर्ता गिरफ्तार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies