पूरी दुनिया हमास के आतंकियों की निंदा कर रही है, परन्तु प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस ने हमास का समर्थन करते हुए भारत को धमकाया है। देखने में आ रहा है कि पन्नू का मुंह टूटे छित्तर की भांति बढ़ता ही जा रहा है और वह हर मुद्दे पर विषाक्त ब्यानबाजी करता है। उसने इजरायल पर आतंकी संगठन हमास द्वारा किए गए हमले को लेकर भी वीडियो जारी की है। दरअसल, पन्नू ने एक और वीडियो जारी किया है, जिसमें वह सरेआम आतंकी संगठन हमास का समर्थन करते हुए नजर आ रहा है। पन्नू इजरायल के खिलाफ ही नहीं, बल्कि भारत के खिलाफ भी जहर उगल रहा है।
खालिस्तान को बढ़ावा देने वाले पन्नू का मानना है कि फिलिस्तीन ने जो किया वो सही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पन्नू फिलिस्तीन का समर्थन करने के लिए अपने साथियों को आग्रह कर रहा है। साथ ही फिलिस्तीन में भारतीय दूतावास के खिलाफ बोल रहा है। वीडियो में पन्नू यह कहता नजर आ रहा, ‘हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं। हम खालिस्तान के साथ हैं। भारत और पीएम मोदी और हिंदू नागरिक गाजा में फिलिस्तीन के मारे गए नागरिकों की मौत का जश्न मना रहा है। यह भारत का असली चेहरा है।
इसके अलावा पन्नू ने 21 अक्टूबर को फिलिस्तीन राज्य में भारतीय दूतावास के दफ्तर को शटडाउन करने का एलान किया है, जोकि रमाला में स्थित है। फिलिस्तीन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं रेनू यादव को पन्नू ने भारत का आतंकी चेहरा बताया। पन्नू ने कहा, ‘फिलिस्तीन में भारतीय दूतावास रेनू यादव भारतीय आतंकी चेहरा है। कनाडा, आस्ट्रेलिया में हिंदू फिलिस्तीन के लोगों की मौत का जश्न मना रहे हैं। आप सभी 21 अक्टूबर भारतीय दूतावास के दफ्तर में पहुंचे। हमारी मांग रेनू यादव को फिलिस्तीन से वापस भारत भेजने की है।’ भारत ने 2013 बैच की आईएफएस अधिकारी रेनू यादव को फिलिस्तीन राज्य में अपने देश के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया था। वह फिलिस्तीन में भारत की दूत नियुक्त होने वाली पहली महिला राजनयिक हैं।
हिंदू फोरम ने की कार्रवाई की मांग
बता दें कि हिंदू फोरम कनाडा ने हमास का समर्थन करने वाले खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नामित आतंकवादी पन्नू के हाल के बयानों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए खुले तौर पर हमास का समर्थन करने और कनाडा सहित जी-7 देशों में भारतीय वाणिज्य दूतावासों के खिलाफ धमकियां जारी करने पर, यहां के हिंदू समुदाय ने ट्रूडो सरकार से खालिस्तानी नेता पर तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
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