‘मस्जिद ए अयोध्या’ का नाम से लेकर डिजाइन तक सब बदला, अब ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्ला’, अरब और खाड़ी देशों जैसी डिजाइन

Published by
WEB DESK

मुसलमानों के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पांच एकड़ जमीन पर प्रस्तावित मस्जिद के डिजाइन और नाम को बदल दिया गया है। अब ये मस्जिद इस्लाम के जनक माने जाने वाले पैगंबर मुहम्मद के नाम पर रखी जाएगी। साथ ही मस्जिद का डिजाइन अब अरब के देशों में बनी मस्जिदों की तरह रखा जाएगा।

अयोध्या में बनने वाली इस मस्जिद का नाम अब ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्ला’ रखा जाएगा। जबकि इससे पहले इस मस्जिद का नाम मस्जिद ए अयोध्या रखा गया था। मस्जिद के निर्माण के लिए बनाई गई इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अध्यक्ष जुफर फारुकी का कहना है कि इससे पहले मस्जिद का जो डिजाइन बनाया गया था, वो भारत में स्थित मस्जिदों की तरह था, जिससे ये बहुत ही सामान्य लग रहा था। लेकिन अब इसे वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा।

इसे भी पढ़ें: ‘इजरायल का भीषण पलटवार…सहमे इस्लामिक देश’, ईरान ने सभी मुस्लिम देशों से एकजुट होकर लड़ने को कहा

गौरतलब है कि साल 2019 में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था तो उस दौरान मुस्लिमों को भी संतुष्ट करने के लिए कोर्ट ने मुस्लिमों को मस्जिद बनाने के लिए अयोध्या में ही जमीन देने का आदेश दिया था। इसके बाद सरकार ने मुस्लिमों को मस्जिद बनाने के लिए जिले के धन्नीपुर में 5 एकड़ जमीन दी थी। जिस पर पिछले 5 सालों से केवल डिजाइन और नाम के लिए काम चल रहा है। फारुकी के मुताबिक, नई मस्जिद के डिजाइन को पुणे के एक आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया है।

दावा है कि पहले की मस्जिद के मुकाबले ये न केवल बड़ी होगी, बल्कि इसकी क्षमता भी अधिक होगी। फारुकी ने बताया कि नई मस्जिद में एक साथ 5000 लोग नमाज अदा कर सकेंगे। इसके साथ ही 300 बेड वाला एक कैंसर हॉस्पिटल भी बनाया जाएगा। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय फार्मा कंपनी वॉकहार्ट ग्रुप के साथ सहमति हो गई है।

इसे भी पढ़ें: ‘…ये पार्टी भारत में सरकार बनाना चाहती है या पाकिस्तान में’, फिलिस्तीन पर कांग्रेस के स्टैंड पर बरसे सीएम सरमा 

खास बात ये है कि मस्जिद के लिए उत्तर प्रदेश को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में चंदे वसूले गए हैं। दावा किया गया है कि मस्जिद निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी तरह के अनापत्ति सर्टिफिकेट भी दे दिए हैं।

Share
Leave a Comment