फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास और इजरायल के बीच जारी जंग के बीच फिलिस्तीन का समर्थन करने को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने प्रस्ताव में पहले हमास के आतंकियों की बर्बरता की निंदा करनी चाहिए थी फिर वो फिलिस्तीन के बारे में बोलती। लेकिन ये तो पाकिस्तान की तरह केवल फिलिस्तीन की ही बात कर रहे हैं।
सीएम सरमा ने कांग्रेस के बयान पर कटाक्ष किया और कहा कि ऐसा बयान देने वाली पार्टी भारत में सरकार बनाना चाहती है या फिर पाकिस्तान में? उन्होंने ने ये बयान जोरहाट में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जबाव में कही। इस बीच मुख्यमंत्री सरमा के बयानों के बाद असम कांग्रेस के नेता भूपेन बोरा ने उन्हें झूठा करार दिया है।
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क्या है कांग्रेस का बयान
गौरतलब है कि कांग्रेस ने रविवार को फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास के इजरायल पर हमले को लेकर बयान दिया था। कांग्रेस ने रविवार को इजरायल के लोगों पर हमलों की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा कभी कोई समाधान नहीं देती। हमास द्वारा गाजा पट्टी से इज़रायल पर 5,000 रॉकेट दागे जाने के बाद युद्ध छिड़ गया। कांग्रेस वर्किंग कमेटी, पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था ने युद्ध पर अपनी ‘निराशा और पीड़ा’ व्यक्त की और फिलिस्तीनी लोगों के ‘भूमि (और) स्वशासन, और गरिमा और सम्मान के साथ जीने के अधिकार’ के प्रति अपने समर्थन को तवज्जो दी।
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कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि उनकी पार्टी का हमेशा मानना रहा है कि इजरायलियों की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करते हुए फिलिस्तीन के लोगों की वैध आकांक्षाओं को बातचीत के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए। कुल मिलाकर अपने इस बयान में जहाँ कांग्रेस पार्टी ने इजरायल पर हमले को केवल ‘निंदा’ शब्द तक सीमित रखा। जबकि उसने फिलिस्तीन के प्रति अपना समर्थन दिखाते हुए ‘निराशा’, ‘पीड़ा’, ‘भूमि’ और ‘स्वशासन’, ‘गरिमा’ और ‘सम्मान’ जैसे भारी भरकम शब्दों का इस्तेमाल किया। इससे फिलिस्तीन के प्रति कांग्रेस का नैतिक समर्थन दिखता है।
बहरहाल हमास के साथ जारी जंग के बीच इजरायल में मौतों की संख्या 1300 के आंकड़े को पार कर गई है। इसमें 222 सैनिक भी शामिल हैं। वहीं इजरायली पलटवार में फिलिस्तीन की तरफ से 1400 मौतों के होने की खबर है।
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