कनाडा जिस खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के गुप्तचर एजेंटों का हाथ बताकर प्रधानमंत्री त्रूदो अपनी जगहंसाई करवा चुके हैं, उसकी हत्या दरअसल चीन के द्वारा कराई गई है! यह खुलासा किया है मूलत: चीन की ही एक ब्लॉगर ने। जेनिफर जेंग नाम की चीनी मूल की इस ब्लागर ने ड्रैगन के षड्यंत्र की पोल खोल दी है।
जेंग का दावा है कि आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की भूमिका है। निज्जर की मौत में चीन सरकार के एजेंटों का हाथ था। ब्लागर जेंग ने तो यहां तक खुलासा किया है कि निज्जर को मारने के पीछे चीन की चाल यही थी कि इसके माध्यम से वह भारत तथा पश्चिमी देशों के बीच एक बड़ी खाई पैदा कर दे।
उल्लेखनीय है कि खालिस्तान समर्थक दल की बैसाखी के सहारे सत्ता में बैठे प्रधानमंत्री त्रूदो ने कथित तौर पर उसी दल के इशारे पर कुख्यात खातिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा के सर्रे शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर हुई हत्या को लेकर भारत पर उंगली उठाई थी। हालांकि आज तक त्रूदो ने भारत के बार बार मांगने के बावजूद इस आरोप के पीछे कोई ठोस सबूत या जानकारी सामने नहीं रखी है। यहां तक कि कनाडा के मुख्य विपक्षी दल तक की इस मांग को वह अनदेखा कर गए कि संसद में किसी पर भी ऐसे आरोप लगाने से पहले तथ्यों की अच्छे से जांच कर लेनी जरूरी होती है। अत: त्रूदो संसद के सामने वे जानकारियां लाएं तो चीजें और आसान हो जाएंगी। लेकिन त्रूदो यहां वहां के बयानों में उलझे रहे हैं।
चीनी ब्लॉगर ने बताया कि हत्या करने वाले एजेंटों ने सबूतों के सभी सुराग मिटाते हुए अपनी बंदूकें आग में झोंक दीं। अगले दिन यानी 19 जून को वे हवाई जहाज से कनाडा से निकल गए। जेंग का तो यहां तक कहना है कि हत्यारे भारतीय लगें इसके लिए उन्होंने सुनियोजित तरीके से भारतीयों के लहजे में अंग्रेजी बोलना सीखा था।
प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो का दावा था कि आतंकवादी निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों की भूमिका हो सकती है। त्रूदो के इस आरोप को भारत के विदेश विभाग पहले दिन ही निराधार बताया था और त्रूदो सरकार के सामने अपनी आपत्ति दर्ज करा दी थी। इस बयान को गंभीरता से लेते हुए भारत सरकार ने कड़े कूटनीतिक कदम उठाए। इसके बाद त्रूदो कुछ नरम पड़े हैं।आज भी दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध सहज नहीं हैं। इसके लिए दुनिया के बड़े देश भी त्रूदो को संकेतों में भारत की साख का ध्यान रखने को कह चुके हैं।
लेकिन अब आतंकवादी निज्जर की हत्या के संदर्भ में चीनी ब्लागर ने जो हैरानी भरा खुलासा किया है, उसे लेकर विशेषज्ञ अपने अपने कयास लगाने में जुट गए हैं। पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका को लेकर चीन इस वक्त भरा बैठा है। स्वाभाविक तौर पर, उसे भारत और अमेरिका के संबंधों में आ रही एक नई गर्मजोशी से चिढ़ हो रही होगी। ऐसे में ब्लॉगर जेंग के इस आरोप में कुछ तथ्य तो लगता है कि चीन भारत और पश्चिमी देशों के बीच एक बड़ी दरार पैदा करने की साजिश रच रहा है।
चीनी मूल की ब्लॉगर का कहना है कि निज्जर को चीन सरकार के एजेंटों ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के इशारे पर मारा है। जेनिफर जेंग मूलत: चीन की हैं और इस वक्त अमेरिका में रहती हैं। जेंग ने अपने इस दावे में चीन के ही एक लेखक तथा यूट्यूबर लाओ देंग का भी उल्लेख किया है। जेंग के अनुसार, देंग के जरिए ही उन्हें ये सब बातें पता चली हैं।
लाओ से जेंग को जो और विवरण मिला है उसके अनुसार, गत जून माह में किसी ‘इग्निशन प्लान’ के तहत एक बड़े चीनी अधिकारी को सिएटल भेजा गया था। सिएटल में उस चीनी अधिकारी की एक गोपनीय बैठक हुई थी। उस बैठक में कथित तौर पर योजना बनी थी कि भारत के पश्चिमी देशों के साथ बने अच्छे संबंधों में दरार कैसे डाली जाए!
देंग का ही दावा है कि चीन के एजेंटों को कहा गया था कि कनाडा में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या कर दी जाए। दरअसल उसी बैठक के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंटों ने बड़ी होशियारी के साथ निज्जर को खत्म कर दिया।
जेंग कहती हैं कि, यह 18 जून की बात है। बंदूकधारी चीनी एजेंटों ने निज्जर का पीछा किया और ‘काम पूरा होने पर’ सबूतों को मिटाते हुए उन्होंने निज्जर की गाड़ी लगे कैमरे को तोड़ दिया। उस हत्या को अंजाम देकर चीनी एजेंट वहां से निकल गए।
चीनी ब्लॉगर ने आगे बताया कि हत्या करने वाले एजेंटों ने सबूतों के सभी सुराग मिटाते हुए अपनी बंदूकें आग में झोंक दीं। अगले दिन यानी 19 जून को वे हवाई जहाज से कनाडा से निकल गए। जेंग का तो यहां तक कहना है कि हत्यारे भारतीय लगें इसके लिए उन्होंने सुनियोजित तरीके से भारतीयों के लहजे में अंग्रेजी बोलना सीखा था।
जेंग का यह खुलासा करता वीडियो कल दोपहर में साझा हुआ था लेकिन उसके इस तरह के सनसनीखेज आरोपों को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई है।
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