खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमेरिका में रह रही चीनी सामाजिक कार्यकर्ता जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि निज्जर की हत्या भारतीय एजेंसी रॉ ने नहीं, बल्कि चीनी एजेंटों ने की है। ताकि पश्चिमी देशों के साथ तेजी से विकसित हो रहे भारत के रिश्तों में तल्खी लाई जा सके।
अपने आरोपों को पुख्ता साबित करने के लिए जेनिफर ने कई सारी दलीलें भी पेश की है। इसमें उन्होंने पहला दावा ये कि चीन की सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने निज्जर को इसलिए मारा क्योंकि वो भारत को फंसाना चाहते थे। दूसरे दावे में चीनी लेखक और यूट्यूबर लाओ डेंग के दावों का जिक्र किया और कहा कि इसी साल जून में लाओ ने कहा था कि उनके इग्निशन प्लान के तहत सीसीपी राज्य सुरक्षा मंत्रालय ने एक उच्चाधिकारी को सिएटल भेजा था। इसके बाद एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी, जिसका एक मात्र उद्देश्य भारत और पश्चिम के बीच विवाद पैदा करना था।
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इसके बाद हरदीप सिंह निज्जर को चुना गया और उसकी हत्या कर दी गई। जेनिफर के मुताबिक, इसी साल 18 जून को चीनी एजेंटों ने हथियारबंद होकर निज्जर का पीछा किया। बड़ी ही चालाकी से उसका खात्मा करने के बाद उसकी कार के डैशबोर्ड में लगे कैमरे के डिस्ट्रॉय कर दिया। किसी को भी शक न हो इसके लिए अपने हथियारों और कपड़ों को भी नष्ट कर दिया और अगले दिन चुपके से कनाडा से बाहर निकल गए। यहीं नहीं चीनी एजेंटों ने रॉ को बदनाम करने के लिए इंडियन एक्सेंट वाली अंग्रेजी भी सीखी थी।
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कौन हैं जेनिफर जेंग
गौरतलब है कि जेनिफर जेंग खुद एक चीनी नागरिक हैं। वो वर्तमान में अमेरिका में रह रही हैं। जेनिफर पेशे से एक पत्रकार हैं, इसके साथ ही वो सामाजिक कार्यकर्ता और ब्लॉगर भी हैं। उन्होंने अपने ब्लॉग पर ये जानकारी शेयर की थी। बहरहाल इस मामले पर चीन की तरफ से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि हाल ही में भारत में जी-20 की मीटिंग के बाद कनाडा लौटे पीएम जस्टिन ट्रुडो ने निज्जर की हत्या में भारत की खुफिया एजेंसी ‘रॉ’के शामिल होने का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच काफी तनातनी भी है। भारत बार-बार कनाडा से सबूत माँग रहा है, लेकिन वो सबूत नहीं दे रहा है। उल्लेखनीय है कि इसी साल 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कनाडा में कर दी गई थी।
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