भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जारी जातीय संघर्ष के बीच राज्य में शनिवार को देर रात ग्रामीण विकास मंत्री वाई खेमचंद के घर के बाहर ग्रेनेड विस्फोट होने की घटना सामने आई है। इस दौरान CRPF का एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया है। जवान को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह तुरंत मौके पर पहुँचे और हालात का जायजा लिया। इस घटना के बाद फोर्स हाई अलर्ट पर है जवानों ने सर्च ऑपरेशन छेड़ दिया है। वहीं प्रदेश में एक बार फिर से हिंसा के भड़कने से हालात चिंताजनक हो गए हैं। हाल ही में मणिपुर में मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले सोशल एक्टिविस्ट बबलू लिंथोगबम पर हुए हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र ने भी अपनी चिंता जाहिर की है।
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गौरतलब है कि 5 अक्टूबर को हिंसक भीड़ ने पश्चिमी इंफाल में उग्र भीड़ ने मानवाधिकार बबलू लिथोगबम के कैथेलमांगवी स्थित घर पर हमला कर दिया था। बताया जाता है कि बबलू लिंथोगबम लंबे वक्त से मैतेई लिपुंस और अरामबाई तेंगोल के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। वो कई मौकों पर इन दोनों की कड़ी भर्त्सना करते रहे हैं।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि मणिपुर में दो नग्न लड़कियों को घुमाने का वीडियो सामने आने के बाद वहाँ दो समुदायों के बीच जातीय हिंसा शुरू हो गई थी। किसी तरह से प्रशासन ने इस पर काबू किया तो जुलाई में छात्र औऱ छात्रा का शव मिला, जिसके बाद एक बार फिर से प्रदेश में हिंसा की आग भड़क उठी। हालाँकि, सीबीआई इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। वहीं हाल ही में एनआईए ने खुलासा किया था कि पर्दे के पीछे रहकर म्यांमार और बांग्लादेश के कट्टरपंथी आतंकी संगठन राज्य में हिंसा की आग को भड़काने का काम कर रहे हैं।
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