मध्य एशियाई देश सीरिया में गुरुवार (5 अक्टूबर 2023) मिलिट्री अकादमी पर भीषण ड्रोन अटैक हुआ, जिसमें 100 लोगों के मारे जाने की खबर है। सीरिया के सैन्य कॉलेज में स्नातक समारोह चल रहा था, उसी दौरान ये हमला किया गया। इसमें दर्जनों लोगों के मारे जाने की खबर है। सीरिया के वॉर ऑब्जर्वर और देश के स्वास्थ्य मंत्री हशन अल गबाश ने इसकी पुष्टि की है।
सीरियन अधिकारियों के मुताबिक, सैन्य अकादमी में देश के रक्षामंत्री समारोह में शामिल होने के लिए आए थे, लेकिन जैसे ही वो वहाँ से रवाना हुए ये हमला हो गया। इस हमले को लेकर सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि 100 से अधिक लोग मारे गए और 125 घायल हुए हैं। सीरिया सरकार का समर्थन करने वाले गठबंधन के एक अधिकारी ने कहा कि मरने वालों की संख्या लगभग 100 थी। हालाँकि, स्वास्थ्य मंत्री हसन अल-गबाश ने कम आंकड़ा देते हुए सरकारी टेलीविजन को बताया कि छह बच्चों सहित 80 लोग मारे गए हैं, लगभग 240 लोग घायल हुए हैं। घायलों की हालत गंभीर है और मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
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फिलहाल किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सीरियाई सेना ने इस हमले के लिए अंतरराष्ट्रीय ताकतों द्वारा समर्थित विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया है। सेना की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि गुरुवार को समारोह समाप्त होते ही विस्फोटकों से लदे ड्रोनों ने समारोह को निशाना बनाया गया।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने होम्स शहर में सैन्य अकादमी पर हुए ड्रोन हमले के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम सीरिया में ‘जवाबी गोलाबारी की रिपोर्ट’ पर ‘गहरी चिंता व्यक्त की’ है।
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12 साल से गृह युद्ध की विभीषिका झेल रहा सीरिया
गौरतलब है कि सीरिया में पिछले 12 सालों से गृहयुद्ध चल रहा है। अब हजारों की संख्या में लोगों को अपनी जिंदगियाँ गंवानी पड़ी हैं। देश में बशर अल असद राष्ट्रपति हैं और उन्हें रूस का समर्थन हासिल है, जबकि अमेरिका और नाटो सीरिया के विद्रोहियों का समर्थन कर रहे हैं। सीरिया की सेना पर ये अब तक का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। दो महाबलियों के बीच सीरिया केवल पिस रहा है, वहाँ पर चल रहे गृह युद्ध का कोई सोल्युशन नहीं निकल रहा है।
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