लखनऊ। शुआट्स में चंगाई सभा में इलाज के बहाने उन्हें बुलाया जाता था जो शिक्षित नहीं हैं और वनवासी हैं. दर्द होने पर पिपरमेंट युक्त तेल लगा दिया जाता था जिससे कुछ देर के लिए दर्द में राहत मिल जाती थी। उसके बाद उस व्यक्ति से यीशु का जयकारा लगवाया जाता था. परिसर में एक कुंड है उसमें स्नान कराने के बाद उस व्यक्ति को ईसाई घोषित कर दिया जाता था. विनोद बिहारी लाल से पूछताछ में अभी विदेशी फंडिंग के बारे में पुलिस पता लगा रही है. सैम हिगिन बाटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय (शुआट्स) के निदेशक विनोद बिहारी लाल को गत दिनों लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया था. विनोद बिहारी लाल को फतेहपुर जनपद में सामूहिक कन्वर्जन एवं शुआट्स के पूर्व छात्र सर्वेंद्र विक्रम सिंह पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लाल के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ था.
उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व प्रयागराज जनपद के सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के निदेशक विनोद बिहारी लाल ने पुलिस का नोटिस मिलने के बाद फतेहपुर पुलिस के सामने उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराया था. विनोद बिहारी लाल अपने अधिवक्ता के साथ बयान देने गया था. यह भी कहा जा रहा है कि कन्वर्जन के इस मामले में लंदन से फंडिंग की बात सामने आई है. पुलिस की विवेचना में सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के विवादित कुलपति राजेंद्र बिहारी लाल, निदेशक विनोद बिहारी लाल एवं चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर का नाम फतेहपुर जनपद के कन्वर्जन के मामले में सामने आया था. फतेहपुर पुलिस को विवेचना के दौरान कई साक्ष्य मिले हैं.
बता दें कि यह पूरा मामला प्रदेश के फतेहपुर जनपद का है जहां शहर के हरिहरगंज स्थित इमैजिकल चर्च में 14 अप्रैल 2022 को सामूहिक कन्वर्जन कराए जाने के मामले में फतेहपुर पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. आरोप है कि नौकरी, बेहतर शिक्षा, रोजगार और घर देने का प्रलोभन देकर करीब 35 लोगों का कन्वर्जन कराया गया था. पुलिस की विवेचना में कन्वर्जन के इस मामले में प्रयागराज के नैनी में स्थित सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के कुलपति आरबी लाल, चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर, निदेशक विनोद की भूमिका सामने आई थी.
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