उधमसिंहनगर। उत्तर प्रदेश सीमा से लगे जनपद उधमसिंहनगर तराई का वो इलाका है, जहां खेतों में फसलें लहराती रही हैं, लेकिन पिछले डेढ़ सालों में यहां अवैध तमंचों की बरामदगी से लगता है कि यहां अवैध शस्त्रों की फसल लहरा रही है।
जानकारी के मुताबिक यहां 2022 में 202 तमंचे पुलिस ने बरामद किए थे, जबकि इस साल में 103 तमंचे बरामद हुए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ समय से यूपी से आने वाले अपराधी किस्म के लोगों के पास से अवैध शस्त्र मिले हैं, इसके अलावा यहां रुद्रपुर सितारगंज क्षेत्र के जंगलों में भी तमंचे बनाने वाली फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं। तमंचे बनाने के लिए सामान दिल्ली, रामपुर, मेरठ के कबाड़ी बाजार से आता है। जिसमें पुरानी गाड़ियों की स्टेयरिंग रॉड का इस्तेमाल किया जाता है।
खास बात ये भी है इन तमंचों को बनाने वाले उनका उपयोग करने वाले 90 फीसदी मुस्लिम समुदाय से हैं। ऐसा भी जानकारी में आया है कि क्षेत्र में युवा वर्ग खास तौर पर राजनीति संरक्षण प्राप्त लोगों में इन तमंचों का क्रेज है, जो उन्हें धीरे-धीरे अपराधों की तरफ धकेल रहा है।
ये भी जानकारी में आया है कि किसी भी चुनाव से पहले तमंचे की बाजार में मांग बढ़ जाती है। एसएसपी टीसी मंजूनाथ ने बताया कि तमंचों के निर्माण में लगे एक दर्जन से अधिक युवकों को जेल भेजा गया है और हमारी कोशिश रहती है कि इन तमंचों को समय-समय पर तोड़कर नष्ट किया जाता रहे।
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