भगवान राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही अयोध्या में भव्य दीपावली का आयोजन शुरू किया गया था। पहली बार हुए भव्य आयोजन में दीपोत्सव का रिकॉर्ड स्थापित किया गया था। हर वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर नए रिकार्ड को स्थापित करती है। इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने 21 लाख दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य लिया है। वर्ष 2022 में 15 लाख 76 हजार दीप जलाकर अयोध्या में रिकार्ड बनाया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेने के कुछ दिन बाद ही कहा था कि “अब अयोध्या का गौरव वापस लौटाया जाएगा.”
अधिकतर मुख्यमंत्री अयोध्या जाने से हिचकिचाते थे। मगर योगी आदित्यनाथ ने हर अवसर पर अयोध्या का दौरा किया। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने अयोध्या में दीपावली का कुछ इस तरह से आयोजन कराया जिसे देखने के बाद लोगों को त्रेतायुग की दीपावली की याद हो आई। दीपोत्सव के दौरान अयोध्या रोशनी से नहा उठे इसके लिए हर खंभे, हर पुल, गली, मोहल्ले, चौराहों ,घाटों और मन्दिरों की भव्य लाइटिंग की जाएगी।
दीपोत्सव के दिन लक्ष्मण,सीता सहित प्रभु श्रीराम का आगमन, भरत से मिलने की जगह, राजतिलक और राम की पैड़ी आदि स्थानों को अत्यंत आकर्षक बनाया जाएगा। गत वर्ष दोपहर तीन बजे से रात के आठ बजे तक चलने वाले सभी कार्यक्रमों में एकरूपता बनाये रखने के लिए मुख्य कार्यक्रम स्थलों के बैकग्राउंड को एक रंग में रखा गया था। तिलकोत्सव, राजतिलक, सरयू आरती के दौरान वेदपाठी ब्राह्मणों ने अवसर के अनुसार जब मंत्रपाठ किया था तब पूरे अयोध्या में सिर्फ एक ही धुन सुनाई दे रही थी। मंदिरों, मठों और अन्य धर्मस्थल के प्रबंधकों ने प्रशासन का इसमें सहयोग किया था। सभी कार्यक्रम का बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर सजीव प्रसारण किया गया था।
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