अलीगढ़। एएमयू कैंपस में गोलीबारी की घटना में शामिल 14 अपराधी तत्वों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। इनमें खतरनाक अपराधी अकरम टप्पा भी शामिल है, जिसको गिरफ्तार कर लिया गया है। बाहरी अपराधियों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। हमले में मुरादाबाद के मेडिकल छात्र सहित तीन लोग घायल हो गए थे। पुलिस टप्पा के साथियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
एएमयू के वीएम हॉल में सोमवार रात जब सशस्त्र हमलावरों ने धावा बोला तो छात्र जन्मदिन पर कार्यक्रम कर रहे थे। अचानक पहुंचे बाइक सवार बदमाशों ने वहां ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। फायरिंग के बाद एसएस नार्थ हॉल में समझौते के नाम पर वीएम हॉल में जन्मदिन समारोह करने वाले छात्रों को बुलाया गया था, जहां फिर झगड़ा हुआ था और फिर गोलियां चली थीं। हमले में मुरादाबाद के रहने वाले एसीएन कॉलेज से बीयूएमएस की पढ़ाई कर रहे डॉ सादिक के अलावा फिरोज आलम व अब्दुल्ला घायल हो गए थे।
पुलिस ने घटना के सिलसिले में अलीगढ़ के गोल मार्केट जमालपुर का पेशेवर अपराधी अकरम टिप्पा, ऊपरकोट पठान मोहल्ला का कासिफ हाजी, धनीपुर का मयंक ठाकुर, जमालपुर का कासिफ, गोल मार्केट का आशू, सहावर कासगंज का अनस, बदायूं का सलमान ककराला व आलमदार, भुजपुरा का मुजाहिद, अब्दुल्ला व इकबाल, भमोला का अन्ना, संभल का अमान चौधरी, जमालपुर का जैद उर्फ अल्तमश व शेहबाज उर्फ लंबा के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की है। छापेमारी कर पुलिस ने अकरम टिप्प की गिरफ्तारी भी कर ली है, जबकि बाकी की तलाश में दबिशें जारी हैं।
एसपी सिटी मृणांक शेखर ने बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुटी है। कोई भी दोषी कार्रवाई से नहीं बच पाएगा। एएमयू कैंपस में फायरिंग की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन सतर्क है। आसपास मुस्तैद रहकर पुलिस निगरानी कर रही है। वहीं, एएमयू प्रॉक्टर वासिम अली ने कहा है कि वीएम व एसएस नार्थ हाल में झगड़ा व फायरिंग की घटना में एएमयू का कोई छात्र शामिल नहीं है। बाहरी युवक भिड़े थे। यह लोग कैंपस में कैसे आए, इसकी जांच की जा रही है।
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