नई दिल्ली। प्रधानमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने रविवार को तेलंगाना सरकार पर किसानों और पिछड़ों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य की वर्तमान स्थिति के लिए दो परिवारवादी पार्टियां (बीआरएस और कांग्रेस) जिम्मेदार हैं।
मोदी ने तेलंगाना के महबूबनगर में पार्टी की जनसभा में कहा कि राज्य की भ्रष्ट सरकार ने केवल खोखले वादे किए हैं। कर्जमाफी के वादे के पूरे न होने से कितने ही किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। राज्य की बीआरएस सरकार ने सिंचाई परियोजनाओं को अपनी काली कमाई का जरिया बना दिया है। यह ऐसी परियोजनाएं हैं जिनसे राज्य के लोगों को सिंचाई के लिए पानी भी नहीं मिला है।
अपनी सरकार के किसान हितैषी कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि धान किसानों को 27 हजार करोड़ रुपये इस साल की खरीद में दिए गए हैं। यह 2014 के मुकाबले आठ गुना है। किसान सम्मान निधि से किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं। उनकी मदद के लिए रामागुंटा उर्वरक संयत्र दोबारा शुरू किया गया है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने सालों तक आज घोषित सम्मक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय को जमीन आवंटित नहीं की। इससे साफ होता है कि राज्य सरकार जनजातीय और पिछड़े समाज का विकास नहीं चाहती है।
प्रधानमंत्री ने आज घोषित राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का भी उल्लेख किया और कहा कि इससे किसानों को लाभ होगा। उन्होंने विश्वकर्मा योजना की जानकारी दी और कहा कि उनकी सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी समाज के लिए काम किया जिन्हें वर्षों तक उपेक्षित रखा गया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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