पड़ोसी देश पाकिस्तान भी कनाडा की राह पर चल निकला है। अपने आतंरिक हालातों को वो संभाल नहीं पा रहा है, लेकिन वहाँ के मंत्री भारत पर उल्टे-सीधे आरोप मढ़कर भारत के खिलाफ नफरत की आग को फैलाने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक मस्जिद में आत्मघाती हमला किया गया। इस हमले में 65 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक बुरी तरह घायल हो गए थे। पाकिस्तान ने इस हमले के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ के शामिल होने का आरोप लगाया है।
बलूचिस्तान में हुए हमले के बारे में बात करते हुए बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पाकिस्तान के गृह मंत्री सरफराज बुगती ने बेतुका बयान दिया कि आत्मघाती हमले में रॉ शामिल थी। बुगती ने कहा कि नागरिक, सैन्य और बाकी सभी संस्थान मस्तुंग हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ संयुक्त रूप से अभियान चलाएँगें। वहीं इस मामले में पाकिस्तान पुलिस ने कहा कि वो हमलावर के डीएनए के जरिए उसकी शिनाख्त करेगी। बहरहाल भारत सरकार ने बुगती के बेतुके बयानों पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान में शुक्रवार को दो धमाके हुए थे। पहला धमाका बलूचिस्तान में मदीना मस्जिद के पास मस्तुंग नाम की जगह पर हुआ, जहाँ हमलावर ने पुलिस की गाड़ी के पास आकर विस्फोट से खुद को उड़ा लिया। पैगंबर मुहंमद की जयंती होने के कारण बड़ी संख्या में लोग जुलूस निकाल रहे थे। इस धमाके में 65 लोग मारे गए और करीब 60 लोग घायल हुए। वहीं दूसरा धमाका खैबरपख्तूनख्वा के हंगू में एक पुलिस स्टेशन से सटी मस्जिद के बाहर किया गया। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।
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पाकिस्तान में सक्रिय हैं कई आतंकी संगठन
‘बोया पेड़ बबूल का आम कहाँ से पाए’ पाकिस्तान पर ये बात पूरी तरह से चरितार्थ होती है। भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उसने अपने देश में कई कुख्यात आतंकी संगठनों को पनाह दे रखी है। हाल के दिनों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान इनमें सबसे अधिक तेजी से ऊपर आया है। टीटीपी पाकिस्तान की खाता है और उसी पर हमले करता है। इसके अलावा अलकायदा, आईएसआईएस, लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, इंडियन मुजाहिदीन जैसे कई आतंकी संगठन वहाँ सक्रिय हैं। ये कोई पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में आतंकी हमले हुए हों सालभर पहले भी क्वेटा आतंकी हमलों से दहला था। सच ये है कि पाकिस्तान अपनी से बचने के बहाने ढूँढ रहा है।
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