पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली भगवंत मान की सरकार द्वारा कांग्रेस के विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी के बाद चर्चा छिड़ गई है कि क्या ‘इंडी’ गठजोड़ का गर्भपात होने वाला है? ज्ञात रहे कि पंजाब सरकार द्वारा पहले भी कई पूर्व कांग्रेसी मंत्रियों व विधायकों को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया है, परंतु इस बार मामला बढ़ता दिखाई दे रहा है। ‘इंडी’ गठजोड़ के खिलाफ पहले ही पंजाब के कांग्रेसी मोर्चा खोले हुए थे और अब दोनों दलों में जो खाई बनी है उसको पाटना आज की परिस्थितियों में तो असंभव सा लग रहा है।
‘इंडी’ गठजोड़ के लिए चाहे आप व कांग्रेस के बीच राष्ट्रीय स्तर पर बैठकें हो चुकी हैं, परन्तु पंजाब की कांग्रेस को यह मंजूर नहीं, और यहां के नेता इसके बारे अपनी हाईकमान को अवगत भी करवा चुके हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कांग्रेस के नेताओं को सार्वजनिक मंचों पर व्यक्तिगत राय व्यक्त न करने का आदेश दिया था और हाईकमान के निर्देश के बाद पंजाब के नेताओं ने बीते कुछ दिनों से आप के खिलाफ चुप्पी भी साध ली थी, लेकिन खैरा की गिरफ्तारी ने कांग्रेस नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर ला दिया है। कांग्रेस नेताओं ने अब खुलकर मुख्यमंत्री भगवंत मान पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। राज्यपाल से मुलाकात को लेकर पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने कहा कि खैरा के साथ जो कुछ हुआ है, उसके बारे में राज्यपाल को जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि खैरा पर झूठा मामला दर्ज किया गया है। पंजाब में इस समय जंगल राज शुरू हो चुका है और बदले की राजनीति चरम पर है। खैरा को आज आठ साल पुराने मामले में फंसाकर गिरफ्तार किया गया है। सीनियर कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने एक्स पर मुख्यमंत्री भगवंत मान को संबोधित करते हुए लिखा कि ‘मुख्यमंत्री भगवंत मान, सरकारें सदा नहीं रहतीं। आपके तानाशाह गुंडाराज की सख्त आलोचना करता हूं। पंजाब कांग्रेस के सभी कैडर को विश्वास दिलाता हूं कि मैं पार्टी की पूरी लीडरशिप और हर कार्यकर्ता के साथ चट्टान की तरह खड़ा हूं। सुखपाल सिंह खैरा की रिहाई के लिए हम डटकर लड़ाई लड़ेंगे।
प्रताप बाजवा गुरुवार को ही अपने विधानसभा क्षेत्र कादियां से चंडीगढ़ लौट आए और उन्होंने राजा वडि़ंग समेत सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर खैरा के पक्ष में आवाज बुलंद करने का फैसला किया। कांग्रेस के इस रुख से यह साफ हो गया है कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस और आप भले ही राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ दिखाई दें लेकिन पंजाब में दोनों दलों में सुलह के आसार नगण्य हो गए हैं क्योंकि इस गठबंधन का कड़ा विरोध करते हुए प्रताप बाजवा को भी हाईकमान से सामने विरोध जताने की नई वजह मिल गई है।
पंजाब में कांग्रेस और आप की इस खींचतान का असर ‘इंडी’ गठजोड़ पर भी पड़ सकता है क्योंकि पंजाब में आप सरकार इससे पहले कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, साधु सिंह धर्मसोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी, सुंदर शाम अरोड़ा को भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में जेल भेज चुकी है। संगत सिंह गिलजियां, मनप्रीत सिंह बादल, भरत इंदर चहल पर केस दर्ज हो चुका है। वहीं विधायक सतकार कौर, कुशलदीप सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा करीब एक दर्जन विधायकों के खिलाफ विजिलेंस की जांच जारी है। कुछ कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उनके खिलाफ भी पंजाब विजिलेंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
अन्याय नहीं करेंगे बर्दाश्त खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस गिरफ्तारी पर एतराज जताया है। छत्तीसगढ़ के बालोदा बाजार में खड़गे ने एक बयान में कहा कि पार्टी अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी। हालांकि, खड़गे ने कहा कि उन्हें मामले की अधिक जानकारी नहीं है। खड़गे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने इस पर विवरण मांगा है… अगर कोई अन्याय करता है तो वे लंबे समय तक नहीं टिकता। अगर वे हमारे साथ अन्याय करेंगे तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
विजिलेंस ने गत सरकारों के समय में हुए कई घोटालों की फाइलें अभी खोली हुई हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम प्रमुख है। उनसे भी विजिलेंस ने तीन बार पूछताछ कर चुकी है। इसी तरह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, पूर्व परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा समेत कई नाम शामिल हैं। इसके अलावा सिंचाई घोटाले में शिरोमणि अकाली दल के नेता जनमेजा सिंह सेखों व शरणजीत सिंह ढिल्लों के खिलाफ भी जांच चल रही है।
संयोग या गुस्सा – राघव को लेकर एक्स पर पोस्ट, और सुबह ही गिरफ्तारी
सुखपाल सिंह खैरा ने बुधवार रात सोशल मीडिया में राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की शादी से जुड़ी एक पोस्ट डाली थी। उसके कुछ घंटों बाद ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस पोस्ट में उन्होंने उस अंगूठी का जिक्र किया था, जिसे उन्होंने अपनी पत्नी परणीति चोपड़ा को भेंट की। खैरा ने लिखा था कि उनकी आय से 10 गुना अधिक कीमत वाली अंगूठी उन्होंने पत्नी को दी है। कृपया वह बताएंगे कि वह इसे उपहार के रूप में देने में कैसे कामयाब रहे। उन्होंने उनकी आईटीआर की कॉपी भी पोस्ट की।
ज्ञात रहे कि केवल पंजाब ही नहीं, बल्कि बंगाल, हरियाणा, दिल्ली में भी आप व कांग्रेस के बीच कटुता के चलते ‘इंडी’ गठजोड़ का प्रयास सफल होता दिखाई नहीं दे रहा है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश में तो आम आदमी पार्टी ने कई स्थानों पर कांग्रेस के खिलाफ लड़ने का भी फैसला कर लिया है। कांग्रेस के रूप में परिवारवादी व आप के रूप में व्यक्तिवादी दलों के बीच दूरियां कैसे पटती है, यह आने वाला समय ही बताएगा। लगता है कि दोनों दलों के हाथ चाहे मिल जाएं, परंतु दिल मिलने बहुत मुश्किल हैं।
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