इंफाल: मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई है। गुस्साई भीड़ ने इंफाल पूर्व के हेइनगांग में मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के निजी आवास को निशाना बनाया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीड़ को सीएम के निजी घर से 500 मीटर दूर ही रोक दिया गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस छोड़ी. किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है। हमले के बाद सीएम एन बीरेन सिंह के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई। इसी तरह नौरिया पखांगलकपा विधायक एस केबी देवी के घर पर भी गुस्साई भीड़ ने धावा बोल दिया। इससे पहले 27 सितंबर को उग्र भीड़ ने थौबल जिले में एक बीजेपी मंडल कार्यालय को जला दिया था। थौबल पूर्व कांग्रेस सीएम इबोबी सिंह का गृह जिला है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी मणिपुर प्रदेश अध्यक्ष अधिकारीमयुम शारदा देवी के आवास को निशाना बनाया। पुलिस ने हस्तक्षेप किया, जिससे भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच टकराव हुआ। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन विवाद के दौरान गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन में आग लगा दी। बता दें कि 26 सितंबर को चुराचांद पुर जिले में कुकी उग्रवादियों द्वारा कथित तौर पर अपहरण और हत्या किए गए दो मैतेई छात्रों की तस्वीरें वायरल होने के बाद मणिपुर में स्थिति खराब हो गई थी।
वायरल तस्वीरों में दो छात्र घास वाले परिसर में बैठे दिख रहे हैं। छात्र के पीछे कैमोफ्लेक्स पहने हथियारबंद उग्रवादी दिख रहे थे. यह किसी सशस्त्र समूह का अस्थायी जंगल शिविर प्रतीत होता है। 17 साल की नाबालिग लड़की सफेद टी-शर्ट में है, जबकि बैग पकड़े और चेक शर्ट पहने आदमी कैमरे की ओर देख रहा है। एक अन्य फोटो में उनके शव एक बड़ी चट्टान के पास जमीन पर गिरे हुए दिखाई दे रहे हैं और यह उसी जगह की तरह लग रहा है।
मैतेई छात्रों को 6 जुलाई को बिष्णुपुर जिले से सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था और चुराचांदपुर ले जाया गया था। बिष्णुपुर और चुराचांदपुर हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं। माना जा रहा था कि नाबालिग छात्रा और 20 साल के लड़के की हत्या एक ही दिन की गई थी।
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