नई दिल्ली। उज्जैन में 12 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म हुआ। बच्ची खून से लथपथ होकर सड़क पर भटकती रही। सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां एक पुलिसकर्मी ने खून देकर उसकी जान बचाई। यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसकी मां के साथ भी दुष्कर्म हुआ है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले पर संज्ञान लिया है।
घटना दो दिन पहले की है। नाबालिग अर्धनग्न अवस्था में बड़नगर रोड स्थित मुरलीपुरा क्षेत्र की एक कॉलोनी में घूमती मिली। वह लगभग 2.30 घंटे तक इसी अवस्था में उस कॉलोनी में घूमती रही। डायल 100 से सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। गंभीर हालत में उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बालिका की भाषा से पुलिस को पता चला है कि वह उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। उसका परिवार भी उसके साथ उज्जैन आया था। बालिका की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है लेकिन पूछताछ में उसने यह भी बताया है कि उसकी मां से भी दुष्कर्म हुआ है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में बालिका के साथ एक ऑटो चालक दिखा है। इसी संदेह पर पुलिस ने ऑटो चालक को हिरासत में लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है। बालिका उत्तरप्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली है और भोजपुरी में बात कर रही है। उसकी भाषा को समझने के लिए एक भोजपुरी एक्सपर्ट महिला और पुलिस अधिकारी उसके साथ मौजूद हैं। पुलिस उसकी मां और परिवार की तलाश कर रही है।
आशंका है कि मां से दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने बालिका से दुष्कर्म किया होगा। उसे इंदौर रोड बायपास से किसी सुनसान जगह पर ले ले जाकर दुष्कर्म किया और हालत खराब होने पर बालिका को ऑटो में बैठाकर मुरलीपुरा की तरफ छोड़ दिया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जानकारियां एकत्रित की है।
एडिशनल एसपी जीपी पाराशर ने बताया कि बालिका भोजपुरी में बात कर रही है इसलिए एक भोजपुरी एक्सपर्ट को उसके साथ रखा गया है। वो ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही है।
एनसीपीसीआर ने मांगी रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के उज्जैन में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद अर्धनग्न अवस्था में घुमने और स्थानीय लोगों द्वारा मदद न करने के वायरल वीडियो पर NCPCR प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने कहा, “हम इस बच्ची के हाल-चाल को लेकर DM को लिख रहे हैं और उसकी मेडिकल रिपोर्ट मांग रहे हैं। हमने SP को भी लिखा है और FIR की कॉपी, बच्ची के बयान की कॉपी और घटना का ब्योरा SP से मांगा है। हमें इस घटना की जानकारी अखबारों से मिली और इसके आधार पर मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस भेजा है। जिन लोगों ने इस बच्ची की मदद नहीं की उनके खिलाफ भी विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
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