बिहार में गुंडा राज की झलक फिर से एक बार दिखी है। लोग खुलेआम कहने लगे हैं कि यहां पुलिस की नहीं, बल्कि गुंडों की चलती है। गुंडा बैंक का धंधा बेरोकटोक चल रहा है और इसमें आम जनता पीस रही है। राजधानी पटना में एक बार फिर गुंडों ने एक महादलित महिला पर कहर बरपाया है। आरोपी का संबंध सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं से बताया जा रहा है।
पटना के खुसरुपुर थाना क्षेत्र के मोसिमपुर गांव में मानवता को शर्मसार कर देनेवाली घटना घटी है। अस्पताल में भर्ती पीड़ित महिला के अनुसार गांव के ही दबंग प्रमोद सिंह , उसका बेटा और चार अन्य लोग 23 सितंबर की रात लगभग 10 बजे उनके घर पर आए। जब वह घर से बाहर निकली तो प्रमोद ने अपने बेटे अंशु और चार अन्य लोगों के साथ उसे पकड़ लिया। प्रमोद ने कहा कि उसका पति उसकी गिरफ्त में है। अगर वह साथ में नहीं चलेगी तो वे लोग उसे मार डालेंगे। महिला डरकर उनके साथ चली गई। घटनास्थल पहुंचने पर पहले तो दबंगों ने महिला को नंगाकर लाठी-डंडों से पीटा और इतने से भी मन नहीं भरा तो दबंग प्रमोद सिंह ने अपने बेटे अंशु से महिला के मुंह में पेशाब करने का आदेश दिया।
महिला की इतनी बुरी तरह से पिटाई हुई कि उसके सिर से खून बहने लगा। महिला वहां से किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब रही। उसे इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस की ओर से पीड़िता का बयान अस्पताल में जाकर दर्ज कराया जा चुका है। इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इस घटना के बाद पीड़िता का परिवार समेत पूरा दलित टोला दहशत में है। दबंगों के खौफ के कारण कोई इस घटना के बारे में बताने से परहेज कर रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के पीछे पैसों का लेनदेन है। कहा जा रहा है कि महिला ने प्रमोद सिंह से 1500/- रुपए उधार लिए थे। परिजनों के अनुसार उसका मूलधन और ब्याज दोनों दे दिया गया था, लेकिन फिर भी उससे बार-बार पैसा मांगा जा रहा था। पैसा नहीं देने की हालत में उसे गांव भर में नंगाकर घुमाने की धमकी भी दी जा रही थी। 23 सितंबर को दिन में भी महिला के साथ मारपीट की गई थी। इसकी जानकारी फोन के माध्यम से महिला ने पुलिस को दी थी। इस कारण दबंग प्रमोद सिंह आगबबूला हो गया और रात में उसने इस घृणित घटना को अंजाम दिया।
बिहार की राजधानी पटना हो या फिर प्रदेश का कोई भी हिस्सा अपराध में जिस तेजी से बढ़ोतरी हुई है वह प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। जदयू और राजद के लोग अक्सर दलितों के ऊपर अत्याचार करते हैं। इसकी खबरें भी आती रहती हैं। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जनक राम ने इस बारे में मुख्यमंत्री को गत वर्ष पत्र भी लिखा था। बिहार सरकार के राजद कोटे से मंत्री ललित यादव के ऊपर भी एक दलित के नाखून उखाड़ने की घटना सामने आई थी।
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