बरेली। प्रयागराज में मारे गए माफिया अतीक-अशरफ के गुर्गें ने गिरफ्तारी के बाद कई चौंका देने वाले राज उजागर किए हैं। बरेली की पुलिस की पूछताछ में अपराधी आतिन जफर ने खुलासा किया कि बरेली में जेल में निरुद्ध रहने के दौरान अशरफ के खाने को लखनऊ के मॉल से महंगे बिस्किट पहुंचाए जाते थे। अतीक के बेटे असद का एटीएम कार्ड आतिन संभालता था और प्रयागराज में अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या से पहले उसने लखनऊ के एटीएम से पैसे निकाले थे।
अतीक-अशरफ गैंग के गुर्गे आतिन जफर को पुलिस टीम प्रयागराज से गिरफ्तार कर बरेली लाई और उससे लंबी पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, आतिन प्रयागराज में खुल्दाबाद का रहने वाला है। आतिन ने स्वीकार किया कि वह असद के साथ अशरफ से मिलने बरेली जेल आया था। तभी अशरफ और असद ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची थी। 10 फरवरी को अशरफ से अवैध मुलाकात की गई थी। पहले से ही बरेली में जड़े जमा चुका अशरफ का साला सद्दाम उन लोगों को जेल लेकर गया था। बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी ने उन लोगों की मुलाकात कराई थी। इसके बदले असद ने शिवहरि को रुपये दिए थे। वह अशरफ के लिए लखनऊ के एक बड़े मॉल से 650 रुपये का बिस्कुट का पैकेट लेकर आता था।
आतिन जफर का पिता जफरुल्ला माफिया अतीक अहमद का बेहद करीबी था और उसके लिए भाषण लिखता था। अतीक के जेल जाने के बाद आतिन जफर का उसके घर आना जाना शुरू हुआ और उसके बेटे असद से दोस्ती हो गई। असद और आतिन करीबी दोस्त बन गए थे। आपराधिक मामले में जफरुल्ला लखनऊ जेल में बंद हैं। उसके परिवार का खर्च अतीक व अशरफ ही उठाते थे। असद ने तो आतिन जफर को अपना एटीएम कार्ड भी दे रखा था, जिससे वह खर्च करता था। असद से दोस्ती के बाद प्रयागराज में उसका नाम चमकने लगा था और अवैध कमाई भी होने लगी थी।
अधिवक्ता अशरफ की हत्या का षडयंत्र बरेली जेल में रचे जाने के मामले में यहां की थाना बिथरी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें खालिद अजीम उर्फ अशरफ, अशरफ के साले सद्दाम, सपा नेता लल्ला गद्दी, जेल की कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाला सैदपुर कुर्मियान का दयाराम उर्फ नन्हें, बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी पर इस मामले में कार्रवाई की गई। इनमें अशरफ प्रयागराज में मारा जा चुका है। सपा नेता लल्ला गद्दी सहित बाकी अभियुक्त जेल में हैं, जबकि अशरफ का साला सद्दाम उसके बाद से फरार चल रहा है। पुलिस अब उसकी कुर्की की तैयारी में लगी है। जांच में आतिन जफर का नाम भी सामने आया था। प्रयागराज से गिरफ्तार कर बरेली लाए जाने के बाद उसे पुलिस ने जेल भेज दिया है।
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