वर्ष 2007 में मोहर्रम के जुलूस के दौरान राजकुमार अग्रहरि का विवाद शमीम से हुआ था। अंडे के ठेले के पास खड़े राजकुमार का शमीम से विवाद हुआ। इसके बाद शमीम ने चाकू से गोंदकर राजकुमार की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद गोरखपुर में दंगा भड़क गया था। यह वही दंगा था, जिसमें योगी आदित्यनाथ को जेल जाना पड़ा था। 11 दिन जेल में रहने के बाद योगी आदित्यनाथ जेल से रिहा हुए थे। इस हत्याकांड में शमीम के पिता शफीउल्लाह को न्यायालय से सजा हुई थी। शफीउल्लाह जेल में सजा काट रहा है मगर 16 वर्षों से शमीम फरार चल रहा था। उसको गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। शमीम को गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया गया।
पुलिस ने बताया कि शमीम चेन्नई में छिपा हुआ था। कुछ दिन पहले सूचना मिली कि शमीम गोरखपुर के तिवारीपुर में छिपा हुआ है। सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर शमीम को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बारे में बता दें कि मोहर्रम के जुलूस में शमीम और उसका पिता शफ़ीउलाह दोनों मौजूद थे। वहीं पर अंडे के ठेले पर राजकुमार आमलेट खा रहा था।
इसी दौरान किसी बात को लेकर शमीम और राजकुमार का झगड़ा हुआ। शमीम और उसके साथियों ने चाकू मारकर राजकुमार को घायल कर दिया था। घायल अवस्था में राजकुमार को जीप से अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसके बाद जीप रोक कर तलवार से राजकुमार पर फिर से हमला किया गया। राजुकमार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित कर दिया गया। इस हत्याकांड के मुकदमे की सुवाई पूरी होने पर वर्ष 2012 में सजा सुनाई गई थी। सजा के डर से शमीम फरार चल रहा था।
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