झारखंड के गोड्डा जिले में झामुमो के नेता हेमलाल मुर्मू ने एक सभा में हनुमान जी को ‘भूमि अधिग्रहण पदाधिकारी’ कहा। इसके बाद उनकी आलोचना होने लगी तो वे अपने बयान से पलट गए।
इस समय देश भर में सनातन धर्म और उसके मान—बिंदुओं को लेकर घोर आपत्तिजनक बातें की जा रही हैं। यह दूषित हवा झारखंड भी पहुंच गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता हेमलाल मुर्मू ने पिछले दिनों हनुमान जी को लेकर बहुत ही घटिया बता कही। उन्होंने बजरंगबली के लिए अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा है कि वे जनजातियों की जमीन हड़पने वाले भगवान हैं। यही नहीं, उन्होंने हनुमान जी को जमीन हड़पने वाला पदाधिकारी भी कहा। बता दें कि हेमलाल मुर्मू 16 सितंबर को गोड्डा जिले के बोआरीजोर में झामुमो कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन के दौरान हेमलाल ने कहा, ‘जनजातियों की जमीन लूटी जा रही है। राजमहल अनुमंडल के तालझारी में 300 एकड़ जमीन को रातों-रात शरणार्थियों को दे दिया गया। इस दौरान उस जमीन पर लैंड एक्यूजिसन ऑफिसर को खड़ा कर दिया गया। फिर उन्होंने आगे कहा कि ये पदाधिकारी कौन हैं, जान रहे हैं ना- बजरंगबली।
इसके बाद उन्होंने कहा कि इस मामले पर उपायुक्त से बात की गई है। जल्दी ही उस अधिकारी यानी बजरंगबली की मूर्ति को वहां से हटा दिया जाएगा, नहीं तो जनजातीय समाज तीर की बौछार करेगा। अब सवाल यह उठता है कि हेमलाल तीर की बौछार किस पर करना चाहते हैं बजरंगबली पर या फिर उपायुक्त पर?
जैसे-जैसे समय बीत रहा है INDI गठबंधन के नेताओं का सनातन धर्म के प्रति जहरीला सोच सामने आता जा रहा है।
अब नवीनतम घटना में झामुमो के वरीय नेता और पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू ने भगवान हनुमान जी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया और उनकी तुलना अवैध जमीन पर कब्जा करने वाले अधिकारी से की… pic.twitter.com/Xf4eRHKNlu
— Pratul Shah Deo🇮🇳 (@pratulshahdeo) September 18, 2023
उनके इस कार्यक्रम का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसके बाद हेमलाल को शायद लग रहा है कि उन्होंने गलत बोला है। इसके बाद हेमलाल मुर्मू ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उन्होंने बजरंगबली को लेकर कोई विवादित बात नहीं की है। उन्होंने मीडिया पर ही अपने भाषण को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया है। यह वीडियो भी वायरल हो गया और जब एक बार फिर से उनकी फजीहत होने लगी तो उन्होंने एक और प्रेस वार्ता कर बताया कि उनकी मंशा किसी भी देवी देवता को अपमानित करने की नहीं थी। उनके घर में भी हर तरह के तीज त्योहार मनाए जाते हैं।
इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है। भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि यह निहायत घटिया और दुर्भाग्यपूर्ण बयान है। हनुमान जी की गदा जब चलेगी तो हेमलाल जैसे लोग किस रसातल में चले जाएंगे उन्हें यह पता ही नहीं है। कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा कि किसी को भी इस तरह के बयानों से और समाज में नफरत फैलाने से बचना चाहिए। वहीं झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने हेमलाल का बचाव करते हुए कहा है कि हनुमान जी के लिए इस तरह की बयानबाजी अच्छी नहीं है, लेकिन हेमलाल जी के बयान से पहले उनके संदर्भ को समझने की आवश्यकता है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
टिप्पणियाँ