खेड़ा में नूंह जैसी घटना की साजिश। पुलिस ने तत्काल स्थिति को संभाला। अब प्रशासन दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराने में लगा है।
शायद जिहादी तत्वों ने यह तय कर लिया है कि पूरे देश में जहां भी हिंदुओं की शोभायात्रा निकले उन पर हमला करना है। एक ऐसा ही हमला 15 सितंबर को गुजरात के खेड़ा जिले के थसरा नगर में हुआ है। थसरा के एक मंदिर से श्रावण की शोभायात्रा निकली थी। इसमें लगभग 800 श्रद्धालु शामिल थे। जैसे ही यह शोभायात्रा तीन बत्ती इलाके में पहुंची वैसे ही एक मस्जिद से उस पर पथराव किया जाने लगा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सभी पत्थरों का आकार एक जैसा था। यानी जिहादी तत्वों ने पहले से ही पथराव करने की तैयारी कर रखी थी और इसके लिए विशेष रूप से पत्थर तैयार किए गए थे।
खेड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश गड़िया के अनुसार हर वर्ष श्रावण महीने के अंतिम दिन शिव मंदिर से शोभायात्रा निकाली जाती है। इस बार जैसे ही यह शोभायात्रा तीन बत्ती क्षेत्र में पहुंची तो कुछ असामाजिक तत्वों ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले से कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। हालांकि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करके स्थिति को संभाल लिया और आगे स्थिति न बिगड़े इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक—दूसरे के विरुद्ध मामला दर्ज कराया है। हालांकि हिंदू पक्ष का कहना है कि उन पर हमला हुआ है। उधर प्रशासन दोनों पक्षों के साथ बात कर मामले को शांत कराने में लगा है।
वहीं विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। विहिप के एक अधिकारी ने बताया कि अयोध्या में होने वाले श्रीराम मंदिर के प्राण—प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए पूरे गुजरात में 23 सितंबर से 4 अक्तूबर तक शौर्ययात्राएं निकलने वाली हैं। अंत मेें 8 अक्तूबर को कर्णावती के रिवर फ्रंट पर एक विशाल कार्यक्रम होना है। इसलिए राज्य सरकार ऐसे तत्वों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करे, ताकि शौर्ययात्राओं के दौरान कोई घटना न हो।
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