एक रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु में बिहार के छह श्रमिकों को बंधक बना लिया गया है। उनके परिजन फोन—पे से पैसे भी भेज चुके हैं, लेकिन उनकी रिहाई नहीं हो पाई है।
एक बार फिर से तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों को निशाने पर लिया गया है। पता चला है कि जहानाबाद के छह श्रमिकों को तमिलनाडु के ईरोड जिले में बंधक बना लिया गया है। इन श्रमिकों के नाम हैं—जितेंद्र कुमार (पिता विजय यादव), विनय कुमार (पिता रामइकबाल यादव), चितरंजन कुमार (पिता रमेश यादव), अशोक कुमार (पिता स्व. बालेश्वर यादव), वाल्मीकि कुमार (पिता हरेराम यादव) और पवन कुमार (पिता स्व. किशोरी महतो)।
जानकारी के अनुसार ये लोग 11 सितंबर को रेलगाड़ी से जहानाबाद से तमिलनाडु के लिए चले थे। 14 सितंबर को ये लोग ईरोड पहुंचे। इसके बाद ही इन लोगों को वहां बंधक बना लिया गया है। इन श्रमिकों के एक परिजन मुकेश कुमार ने जहाबनाबाद के पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन दिया है। उसके अनुसार बंधक बनाए गए श्रमिकों मेें से एक अशोक कुमार ने फोन पर बताया कि उन लोगों को बंधक बना लिया गया है। पिटाई की जा रही है और पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद पांच श्रमिकों के परिजन पे—फोन से 20—20 हजार रुपए भेज चुके हैं। इसके बाद भी उन लोगों कोे मुक्त नहीं किया गया है। बिहार के श्रम विभाग के अधिकारी इस मामले को लेकर सक्रिय हुए हैं। अब देखना यह है कि इन श्रमिकों को कब तक मुक्त किया जाएगा।
हालाँकि हमारी टीम ने भी वायरल तस्वीरों से उन श्रमिकों के नंबर पर बात करने की कोशिश की लेकिन वे सभी नंबर बंद बताये जा रहे हैं ।
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