बरेली। यूपी के बरेली में मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने मंदिर में भतन कीर्तन कर रहे हिन्दू समाज के लोगों पर हमला कर दिया। जमकर पथराव किया गया। इसमें कई लोगों को चोटें आईं। घटना से हिन्दू संगठनों में भारी रोष है। प्रशासन ने तनाव के चलते मौके पर फोर्स तैनात करा दी है। पुलिस ने इस मामले में मुबारक-आरिफ सहित 14 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक, मंदिर में आरत कर रहे हिन्दू समाज के लोगों पर हमले की घटना बरेली में थाना फरीदपुर क्षेत्र के गांव नौगवां में हुई हैं। वंचित समाज के कल्लू ने पुलिस को बताया कि अपने समाज के लोगों के साथ वह गांव के बाहर बने मंदिर पर भजन कीर्तन कर रहे थे। तभी गांव के फारुख, बाबू, भूरा, मुबारक के यहां बैठने वाला झोलाछाप, सद्दाम अचानक वहां आ धमके और जातिसूचक गालियां देने लगे। विरोध पर उन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।
लालराम और मिथलेश बचाने आए तो उन लोगों को भी पीटा गया। मुस्लिम पक्ष के मुबारक, आरिफ, नाजिम, इकबाल, अहमद जान, नत्थू, तहसीम, आसिक, पप्पू, दिलशाद, छोटे ने भी बाकी लोगों के साथ मिलकर हमला कर दिया। हमलावरों के सामने जो भी हिन्दू समाज का व्यक्ति आया, उसी को पीटा गया। सूचना पर सीओ फरीदपुर गौरव सिंह, इंस्पेक्टर दयाशंकर सिंह फोर्स के साथ गांव पहुंच गए और हमलावरों की तलाश शुरू करा दी। हमलावर अपनी बाइक भी मौके पर छोड़कर भाग गए। इस बीच हिन्दू समाज के लोगों पर हमले की जानकारी मिलते ही विहिप नेता नौबत सिंह, दुर्वेश सक्सेना तमाम कार्यकर्ताओं के साथ फरीदपुर थाने आ गए और कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
विहिप नगर अध्यक्ष सोमपाल राठौर ने बताया कि एक साल पहले गांव के बाहर खेत में गोवंशों के अवशेष मिले थे। उस समय गांववालों ने गौतस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने परंपरागत रूट की जगह दूसरे रास्ते से ताजिए निकाल दिए। कुछ दिन पहले गांव के विहिप कार्यकर्ता नेतराम पर मुस्लिम पक्ष ने हमला किया था और मंदिर में साप्ताहिक आरती कर रहे हिन्दू समाज के लोगों को निशाना बनाया गया है। सीओ गौरव सिंह ने मीडिया को बताया कि हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश में दबिशें जारी हैं। कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया है।
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