बरेली। समाजवादी पार्टी के यूपी महासचिव एवं बरेली की बहेड़ी सीट से विधायक अताउर रहमान विरोधी नेता की हत्या का षडयंत्र रचने के सनसनीखेज मामले में फंस गए हैं। सपा के प्रदेश सचिव रह चुके पूर्व वन अफसर नसीम अहमद ने विधायक अताउर रहमान सहित पांच लोगों के खिलाफ भाड़े के अपराधी भेजने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। साजिश में बहेड़ी से सपा के विधायक रह चुके मंजूर अहमद का बेटा अंजुम रशीद भी शामिल बताया गया है। विधायक मंजूर अहमद की 6 मार्च 2002 को लखनऊ में राजभवन के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, सपा एमएलए अताउर रहमान व उनके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराने वाले नसीम अहमद यूपी वन सेवा के अफसर रह चुके हैं। उनकी पत्नी फौजुल नसीम बरेली की बहेड़ी नगर पालिका से चेयरपर्सन रही हैं। पीड़ित नसीम अहमद ने पुलिस को कुछ महीना पहले उनकी पत्नी पत्नी फौजुल नसीम बहेड़ी से निकाय चुनाव लड़ी थीं। उसी दौरान बहेड़ी में सकलैननगर निवासी शहजाद, वशीरी मस्जिद के पास रहने वाला तारिक लाड़ी हथियारों से लैस होकर हत्या के इरादे से उनके घर में घुस आए थे। घटना के समय वह वोट मांगने गए थे। समर्थकों ने शहजाद को पकड़ लिया था लेकिन तारिक लाड़ी मौके से भाग निकला था।
नसीम अहमद का कहना है कि शहजाद ने उस समय पूछताछ में बताया था कि विधायक अताउर रहमान व पूर्व निकाय चुनाव प्रत्याशी अंजुम रशीद उनकी हत्या के लिए इमरान अकेला से पैसे दिलवाए थे। अताउर रहमान व अंजुम रशीद के कहने पर ही वे लोग वारदात को अंजाम देने आए थे लेकिन भीड़ के हत्थे चढ़ गए। वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया था। वीडियो के जरिए ही उनको पता चला कि सपा विधायक अताउर रहमान और निकाय चुनाव प्रत्याशी अंजुम रशीद उनकी हत्या कराना चाहते हैं। उन्हें फिर से हत्या की धमकी मिली तो स्थानीय लोगों ने पिछली घटना का वीडियो उपलब्ध कराया है। नसीम अहमद ने आईजी बरेली से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद थाना बहेड़ी पुलिस ने बहेड़ी से सपा विधायक अताउर रहमान, पूर्व निकाय प्रत्याशी अंजुम रशीद, शहजाद, तारिक लाड़ी और इमरान अकेला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सपा विधायक अताउर रहमान ने इस मामले में कहा है कि राजनैतिक विद्वेष के तहत उन पर केस दर्ज कराया गया है।
बता दें कि नसीम अहमद की पत्नी फौजुल नसीम पिछली बार बहेड़ी से बसपा की टिकट पर चेयरपर्सन रही थीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 2022 विधानसभा चुनाव से पहले नसीम अहमद को पार्टी ज्वाइन कराई थी और पिछले यूपी संगठन में उन्हें प्रदेश सचिव बनाया था। विधायक अताउर रहमान और नसीम अहमद के बीच राजनैतिक तनातनी लंबे वक्त से चली आ रही है। नसीम अहमद की ओर से विधायक अताउर रहमान सहित कई लोगों पर एफआईआर दर्ज कराने से समाजवादी पार्टी में हड़कंप मचा है।
टिप्पणियाँ