गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि गांधी उपाधि कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया देश का पहला घोटाला था। दरअसल, 10 सितंबर को गुवाहाटी में आयोजित बीजेपी की महिला मार्च की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को सीएम संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी नकल की ‘सरदार’ है। जब कर्नाटक में चुनाव हुआ तो उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की। अब जब चुनाव ख़त्म हो गया है तो वे अब I.N.D.I.A. हैं। महात्मा गांधी ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और देखते ही देखते उन्होंने गांधी उपनाम चुरा लिया।
सीएम सरमा ने कहा कि मैंने बहुत शोध किया, लेकिन मैं यह पता लगाने में असफल रहा कि किस फार्मूले ने आप लोगों को गांधी बना दिया? सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल-प्रियंका गांधी कैसे गांधी बन गए, आप ढूंढने में असफल होंगे। भारत का पहला घोटाला इसी उपनाम घोटाले से शुरू हुआ था। गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए सीएम सरमा ने कहा कि अब आप इंडिया नाम क्यों चाहते हैं, आपके परिवार ने कभी भी भारत का गौरव बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया। आपने भारत के नाम पर केवल परिवारवाद किया है और हमेशा भारत को तोड़ने की कोशिश की है।
सीएम सरमा ने कहा कि इसलिए आपको ‘India’ का नाम लेने का अधिकार नहीं है और कभी भी ‘भारत’ का नाम लेने की हिम्मत मत करना। सीएम ने कहा, “आपको इंडिया या भारत का नाम लेने का अधिकार नहीं है। मैं विनम्रतापूर्वक राहुल गांधी से गांधी उपनाम छोड़ने का अनुरोध करता हूं क्योंकि यह आपके परिवार द्वारा अपनाई गई एक डुप्लिकेट उपाधि थी, न कि आपकी मूल उपाधि।”
I.N.D.I.A गठबंधन के सरकार बनाने के दावे पर सीएम ने कहा कि भारत की अगली सरकार बीजेपी की बनेगी और पीएम मोदी तीसरी बार शपथ लेंगे। I.N.D.I.A गठबंधन चंद्रमा या शुक्र ग्रह पर सरकार बना सकता है, लेकिन भारत में सरकार मोदी जी की ही बनेगी। सीएम सरमा ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर पूर्व ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में परिवर्तन का समुद्र देखा है। पूरा पूर्वोत्तर एक अकल्पनीय परिवर्तन से गुजर रहा है क्योंकि पीएम मोदी ने बिचौलिया संस्कृति को खत्म कर दिया है। केंद्र जो भी भेजता है उसका पूरा लाभ अब क्षेत्र के लोगों को मिलता है। 10 साल पहले सिर्फ गुजरात, यूपी जैसे राज्य ही कह सकते थे कि वे सबसे ज्यादा सीटें जीतेंगे। लेकिन असम के सीएम के रूप में बीजेपी सरकार और पीएम मोदी द्वारा की गई विकास पहलों के कारण मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम अगले लोकसभा चुनाव में 14 में से कम से कम 11-12 सीटें जीतेंगे, यह इतना स्वाभाविक हो गया है।
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