विजयवाड़ा। कौशल विकास घोटाले में गिरफ्तार आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को कोर्ट ने रविवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। विजयवाड़ा के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) कोर्ट के इस आदेश के बाद राज्य के विभिन्न इलाकों में तनाव बढ़ गया है। उधर, नायडू के अधिवक्ता का कहना है कि वह सोमवार को इस मामले को हाई कोर्ट में चुनौती देंगे।
भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार चंद्रबाबू नायडू को रविवार की सुबह विजयवाड़ा के एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। नई दिल्ली के वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा और वकीलों की एक टीम पूर्व मुख्यमंत्री नायडू की पैरवी कर रही थी। सीआईडी की ओर से राज्य सरकार के एडवोकेट जनरल पोन्नुवूलु स्वयं कोर्ट में पेश हुए।
चंद्रबाबू नायडू को शनिवार सुबह करीब छह बजे आंध्र प्रदेश के नंद्याल में गिरफ्तार किया गया था। उन पर कौशल विकास कारपोरेशन घोटाले का केस चल रहा है। आरोप है कि नायडू ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में 371 करोड़ का घोटाला किया। उन्होंने बिना विधान सभा की अनुमति के कॉर्पोरेशन की स्थापना की और फर्जी बिलों के माध्यम से सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया।
2015 में स्किल डेवलपमेंट-सीमेंस परियोजना सामने आई। टीडीपी सरकार ने सीमेंस और डिजाइन टेक कंपनियों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना की कुल लागत 3,356 करोड़ रुपये थी और राज्य सरकार की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत थी। इस परियोजना में 371 करोड़ रुपये के घपले के आरोपों की पृष्ठभूमि में वाईपीसी सरकार ने अगस्त, 2020 में जांच के आदेश दिए। मंत्रिस्तरीय उपसमिति से जांच करायी गयी। 10 दिसंबर, 2020 को विजिलेंस जांच कराई गई। एसीबी ने 9 फरवरी, 2021 को जांच शुरू की। मामला 9 दिसंबर, 2021 को सीआईडी को स्थानांतरित कर दिया गया।
नायडू को हाल ही में इनकम टैक्स का नोटिस साल 2014 से 2019 के बीच हुई गड़बड़ी के मामले में दिया गया। आरोप है कि चंद्रबाबू नायडू ने 118 करोड़ रुपये की इनकम छुपाई है। इनकम टैक्स विभाग का नोटिस मिलने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने अनंतपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए अपनी गिरफ्तारी होने तथा अपने ऊपर हमले की आशंका जताई थी। उसके बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई थी। टीडीपी ने राज्य के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया था।
फिलहाल, राज्यभर तनाव और हिंसा की छिटपुट घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने बड़ी संख्या में टीडीपी के कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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