नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा शुक्रवार को जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंची। दिल्ली हवाई अड्डे पर ओडिशा के कलाकारों ने संबलपुरी गायन और नृत्य से उनका स्वागत किया।
उन्होंने कलाकारों का अभिवादन स्वीकार करते हुए खुशी जाहिर की। उन्हें यह प्रस्तुति इतनी अच्छी लगी कि वह खुशी से नृत्य करने लगीं और कलाकारों का आभार व्यक्त किया। केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जॉर्जीवा के नृत्य का एक वीडियो एक्स (पूर्व ट्वीट) पर पोस्ट कर कहा कि संबलपुरी गीतों पर थिरकने से रोक पाना कठिन है।
भारतीय विविधता में एकता का अनूठा उदाहरण दिख रहा
जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचीं अमेरिकी विदेशमंत्री की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड व्यवस्था देख बेहद खुश हैं। वह फर्राटे की हिंदी बोलती हैं। उनका मानना है कि जी-20 के मंच पर भारतीय विविधता में एकता का अनूठा उदाहरण दिख रहा है।
एक चैनल को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में बातचीत से ही एजेंडा तय होगा। यह ऐसा मंच है, जिसमें विश्व की बड़ी विकसित और उभरती अर्थव्यवस्था शामिल हैं। हम समझते हैं आधुनिक समस्याओं से कोई एक देश अपने स्तर पर निपटने में सक्षम नहीं है। बातचीत से ही इसका समाधान निकलना संभव है। इसमें त्रिपक्षीय वार्ता काफी फायदेमंद होगी। भारत ने अपने विचारों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावित किया है। भारत ने विविधता में एकता का जो आदर्श प्रस्तुत किया है, वह इस मंच पर दिख रहा है। यह अमेरिका के लिए अनुकरणीय है।
#WATCH दुनिया की सबसे बड़ी उभरती अर्थव्यवस्था और विकसित अर्थव्यवस्था एक साथ आकर वैश्विक मुद्दों पर मसला हल करने के लिए बात करेंगी… हम समझते हैं कि इसमें पूरी दुनिया का दृष्टिकोण शामिल होना चाहिए। इस सम्मेलन में अफ्रीकी यूनियन के शामिल होने की बात हो रही है जिसका अमेरिका समर्थन… pic.twitter.com/r0M5wNYH20
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 8, 2023
मार्गरेट ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंध बेहतर हो रहे है। उच्च प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सहयोग करने के लिए अमेरिका तैयार है। अमेरिका पर्यावरण को लेकर संवेदनशील है। इस वैश्विक समस्या से निपटना चाहता है। इसके लिए विश्व समुदाय को सहयोग देने और लेने को तैयार है। यह अमेरिका का लक्ष्य है।
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