संघ के वरिष्ठ प्रचारक वीरेश्वर द्विवेदी जी का निधन, अशोक सिंहल जी के कहने पर छोड़ दी थी नौकरी

1984 से 1995 तक राष्ट्रधर्म के संपादक रहे वीरेश्वर द्विवेदी जी पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल जी के सलाहकार भी रहे।

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक व राष्ट्रधर्म पत्रिका के पूर्व संपादक वीरेश्वर द्विवेदी जी का सोमवार को लखनऊ के डा.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वह 75 वर्ष के थे। वह किडनी रोग से पीड़ित थे। एक महीने से अधिक समय से वह लोहिया संस्थान में भर्ती थे।

अंतिम दर्शन भारती भवन राजेन्द्र नगर लखनऊ संघ कार्यालय में सायं 7 बजे तक होंगे। इसके बाद मंगलवार प्रात: 4 बजे वीरेश्वर जी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गाँव- भाल (राजपुर) कानपुर ग्रामीण ले जाएगा, जहाँ उनका अन्तिम संस्कार किया जायेगा।

वीरेश्वर जी की शिक्षा उरई डीएवी कालेज से हुई। वह डीएवी कालेज उरई के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1972 में वीरेश्वर द्विवेदी अशोक सिंहल जी की प्रेरणा से दैनिक जागरण से पत्रकारिता की नौकरी छोड़कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने। जिसके बाद उन्होंने प्रयाग महानगर के प्रचारक, विद्यार्थी परिषद के पूर्वी उत्तर प्रदेश संगठन मन्त्री, राष्ट्रधर्म पत्रिका के सम्पादक, हिन्दू विश्व पत्रिका के सम्पादक, पथ-संकेत के सम्पादक,विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख एवं क्षेत्र प्रचारक प्रमुख आदि के दायित्व का निर्वहन किया।

वीरेश्वर द्विवेदी 1984 से 1995 तक राष्ट्रधर्म के संपादक रहे। इसके साथ ही वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सलाहकार भी रहे। लोकहित प्रकाशन से उनके द्वारा लिखित पांच पुस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं। वर्तमान में उनका केन्द्र लखनऊ स्थित विश्व संवाद केन्द्र था।

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