चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि सरकार केदारनाथ की तरह कुमायूं में मानस खंड कॉरिडोर को तेजी से विकसित करने के प्रयास में जुटी है। कुमाऊं क्षेत्र के सभी प्राचीन मंदिरों का विकास किया जा रहा है। मानसखंड मंदिर माला से जुड़े चंपावत के लगभग सभी मंदिर इसमें शामिल हैं। सीएम धामी ने गुरुवार को चंपावत के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में भाग लिया और मां वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री धामकी धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह स्थान आध्यात्मिक रूप से जितना समृद्ध है, प्राकृतिक रूप से उतना ही अधिक मनोरम भी है। इस अलौकिक भूमि का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व किसी से छिपा नहीं है। मुख्यमंत्री बोले कि संस्कृति की महानता के विषय में आम लोगों को जागृत करने का काम हमारे ऐतिहासिक मेले करते हैं। बगवाल का यह ऐतिहासिक मेला भी एक अनुपम उदाहरण है। मेले से हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे लोक कलाकारों को भी बढ़ावा मिलता है। विरासत को संभाले रखना सभी का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में सशक्त नेतृत्व वाली सरकार है, जिसके साथ दुनिया का हर देश खड़ा होने को आतुर है। हमारा देश जी-20 जैसे शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट के लिए अनेक देश अब भारत का समर्थन भी कर रहे हैं। आज दुनिया के देश भारतीय नीतियों का अनुसरण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश एक विश्व शक्ति व विश्व गुरु की बनने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और अस्मिता को बचाने के लिए कृत संकल्पित है। कुमाऊं में मानस खंड कॉरिडोर बनाया जा रहा है। सभी प्राचीन मंदिरों का विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेला स्थल में सरकारी स्टालों का निरीक्षण कर अफसरों को प्रत्येक जनमानस तक सरकार की विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचौड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी ने पूजा अर्चना की। बगवाल शुरू होते ही मां के जयकारों से पूरा खोलीखाण दुवाचौड़ मैदान के साथ पूरा मंदिर गुंजियमान हो गया। पीठाचार्य पंडित श्री कीर्ति बल्लभ जोशी ने बताया कि फल फूलों से चार खाम और सात थोकों के बीच खेली जाने वाली यह बगवाल देखने वालों के लिए भी फलदाई है। इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से बगवाल खेली गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विकास से जुड़ी कई घोषणाएं भी कीं। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी मां बाराही के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख सुमनता, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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