स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तिरंगा लहरा दिया। उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। 40 साल की इस प्रतियोगिता के इतिहास में वह गोल्ड पर निशाना लगाने वाले पहले भारतीय हैं। भाला फेंक स्पर्धा में वह निरंतर दमदार प्रदर्शन करते हुए सफलताएं अर्जित कर रहे हैं। लगता है जैसे इतिहास रचने की आदत सी पड़ गई है उन्हें।
नीरज के सामने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के रूप में एक और महामंच तैयार था। नीरज ने विश्व एथलेटिक्स की भाला फेंक स्पर्धा में 88.17 मीटर की दूरी तय की। उन्होने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया है। उनकी इन सफलताओं ने देशवासियों को दोहरी खुशी दी है।
मनु और किशोर भी फाइनल में पहुंचे
पिछले टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज ने अगले वर्ष होने वाले ओलंपिक खेलों में भी अपनी जगह पक्की कर ली है। नीरज सहित भारत के डीपी मनु और किशोर जेना ने भी फाइनल में भाग लिया। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी विश्व चैंपियनशिप की एक ही स्पर्धा के फाइनल के लिए भारत के तीन खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया।
फाइनल के लिए ऊर्जा बचाकर रखी
भाला फेंक फाइनल स्पर्धा से पहले नीरज ने अपने प्रदर्शन पर संतुष्टि जताते हुए कहा, “क्वालीफाइंग दौर में सबकुछ मेरी योजना के अनुरूप हुआ। टोक्यो ओलंपिक में अपने प्रतिद्वंद्वियों की गलती से सबक लेकर मैंने रणनीति बनाई थी कि अपने पहले ही थ्रो में मैं इतनी ताकत लगा दूंगा जो फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल हो जाऊं। 90 मीटर के करीब भाला फेंक कर मैंने फाइनल में भी जगह बना ली और आगे के लिए अपनी ऊर्जा भी बचा ली। अच्छी बात यह थी कि बुडापेस्ट का माहौल, मौसम, ट्रैक और मेरा पहला थ्रो सबकुछ बहुत अच्छा रहा जिससे फाइनल के लिए आत्मविश्वास बढ़ा। विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक जैसे महामंच पर दबाव तो रहता ही है, लेकिन सफलता के लिए फाइनल दौर में किसी भी एथलीट के शारीरिक व मानसिक संतुलन पर काफी कुछ निर्भर करता है। मैंने अच्छी तैयारी की है। मैं विश्व के शीर्षस्थ एथलीटों के साथ कम्पीट कर चुका हूं इसलिए उनसे पार पाने में ज्यादा परेशानी नहीं होनी चाहिए। तकनीकी दृष्टि से भी मैं खुद को अन्य प्रतिभागियों से कुछ अलग तैयार करता हूं। अब मैं खुद को ऐसी स्थिति में पा रहा हूं कि अगर अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन करने में सफल रहा तो 90 मीटर की दूरी और स्वर्ण पदक मेरी पहुंच से दूर नहीं है।” और वास्तव में नीरज ने अपनी बात पर मुहर लगा दी। उनका भाला सोना लेकर आया है।
हर मंच पर सोना लेकर आया भाला
नीरज विश्व भाला फेंक स्पर्धाओं के हर मंच पर स्वर्णिम सफलताएं हासिल कर चुके हैं। उनकी पदकों की झोली में सिर्फ विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण की कमी रह गई थी, जिसे उन्होंने पूरा कर लिया।
नीरज चोपड़ा की स्वर्णिम सफलताएं
- 2023 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप – स्वर्ण पदक
- 2022 लुसाने व ज्यूरिख डायमंड लीग – स्वर्ण पदक
- 2020 टोक्यो ओलंपिक- स्वर्ण पदक
- 2018 जकार्ता एशियन गेम्स – स्वर्ण पदक
- 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स – स्वर्ण पदक
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